क्या देश से चला जाएगा WhatsApp? फीचर्स को लेकर कोर्ट में हुई बहस

WhatsApp: वाट्सएप वर्तमान समय में एक स्थान से दूसरे स्थान पर मैसेज पहुंचाने का बहुत अच्छा जरिया है. इसके इस्तेमाल लगभग 60 से अधिक भाषाओं में किया जाता है.

JBT Desk
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WhatsApp:  भारत में हर देश से अधिक यानी 530 मिलियन के लगभग लोग WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं. इस हालात में भारतीय बाजारों में इसकी कीमत बहुत अधिक है. मगर  WhatsApp को लेकर एक बुरी खबर मिल रही है, दरअसल इसकी कंपनी ने एक फीचर्स को लेकर कोर्ट में कहा कि "अगर एन्क्रिप्शन तोड़ने के मजबूर किया गया तो WhatsApp को भारत से हटा दिया जाएगा." आखिर इसके पीछे की असली वजह क्या है चलिए विस्तार से आपको इसके बारे में बताते हैं. 

WhatsApp अखिर कोर्ट कैसे पहुंचा? 

WhatsApp ने हाल ही में कोर्ट को बताया कि अगर भारत सरकार का नियम कंपनी से एन्क्रिप्शन तोड़ने को कहता है तो इसकी कंपनी को भारत से हटा दिया जाएगा. कंपनी को देश से जाने का मतलब WhatsApp पूरी तरह बंद. वहीं इसकी सबसे अधिक डिमांड भारत में ही है कहने का मतलब है कि भारत के लोग इसका इस्तेमाल 530 मिलियन की संख्या में करते हैं. इसकी सबसे अधिक कमाई का स्त्रोत भी भारत ही है. 

दरअसल  IT Rules 2021 के तहत भारत देश में जिन इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप के रजिस्टर्ड यूजर्स को 50 लाख से अधिक मैसेज ओरिजनेटर बताना होगा. वहीं इन सारी बातों की जानकारी सरकारी एजेंसियों के साथ साझा करनी होगी. बता दें कि साल 2021 WhatsApp कंपनी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. मगर अब WhatsApp खुद इसके खिलाफ है, वहीं अब "एंड टु एंड एन्क्रिप्शन" तोड़ना मुश्किल क्यों है? 

आखिर क्या है एंड टु एंड एन्क्रिप्शन?

आपको बता दें कि "एंड टु एंड एन्क्रिप्शन" के अलावा E2EE एक एन्क्रिप्श स्टैंडर्ड कहा जाता है. जिसकी सहायता से WhatsApp में सिक्योर कम्यूनिकेशन यूज किया जाता है. मगर ये End to end encryption (एंड टु एंड एन्क्रिप्शन) WhatsApp की कोई अपनी टेक्नोलॉजी या फीचर नहीं है. दरअसल यह एक एन्क्रिप्शन स्टैंडर्ड है जिसे बहुत सारी कंपनियां यूज करती हैं. इतना ही नहीं WhatsApp से भी पहले Signal इसके अलावा दूसरे सिक्योर इंस्टैंट मैसेजिंग प्लैटफॉर्म पर "एंड टु एंड एन्क्रिप्शन" का उपयोग देश में किया जा रहा है. 

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06 May 2024, 01:31 PM IST

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