आज होगा साल का सबसे छोटा दिन, सिर्फ इतने घंटे ही दिखेगा सूर्य
Winter Solstice 2024: 21 दिसंबर साल का सबसे छोटा दिन होता है. इस दिन रात लंबी और दिन छोटा होता है. कल कितने घंटे का दिन और कितने घंटे की रात होगी और इसके पीछे क्या वजह है? आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं...
Winter Solstice 2024: साल में एक ऐसा दिन आता है जिसे सबसे छोटा दिन कहा जाता है. इसे विंटर सोल्स्टिस या शीतकालीन संक्रांति कहते हैं. इस दिन सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर सबसे कम समय तक रहती है. यह दिन उत्तरी गोलार्ध में ठंड की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में गर्मियों की शुरुआत का संकेत देता है.
शीतकालीन संक्रांति क्यों होती है?
वहीं बता दें कि भूगोल के अनुसार, जब पृथ्वी का उत्तरी ध्रुव सूर्य से सबसे दूर अपने अधिकतम झुकाव पर होता है, तब दिन छोटा और रात लंबी होती है. इस दौरान सूर्य की किरणें मकर रेखा पर सीधी पड़ती हैं, जिससे उत्तरी गोलार्ध में सूर्योदय देर से और सूर्यास्त जल्दी होता है.
2024 में शीतकालीन संक्रांति कब?
आपको बता दें कि इस साल शीतकालीन संक्रांति शनिवार, 21 दिसंबर 2024 को है. नासा के मुताबिक, यह घटना पूर्वी समयानुसार सुबह 04:20 बजे होगी. भारत में इस दिन सूर्योदय सुबह 07:09 बजे और सूर्यास्त शाम 05:28 बजे होगा.
किस क्षेत्र में सबसे ज्यादा असर?
बताते चले कि शीतकालीन संक्रांति का प्रभाव भूमध्य रेखा से उत्तरी क्षेत्रों में अधिक होता है. इन क्षेत्रों में दिन का समय सबसे कम और रात सबसे लंबी होती है.
उत्सव का प्रतीक
इसके अलावा आपको बता दें कि कई देशों में शीतकालीन संक्रांति को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। लोग लकड़ियां जलाते हैं, नाच-गाना करते हैं और अपने प्रियजनों के साथ समय बिताते हैं। इसे सर्दियों की शुरुआत का उत्सव मानकर खुशियां मनाई जाती हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां ये बताना जरूरी है कि हम किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.)