Women Reservation Bill: लोकसभा से बुधवार को महिला आरक्षण बिल यानी नारी शक्ति वंदन बिल दो तिहाई बहुमत से पास हो गया. इसके समर्थन में कुल 454 वोट पड़े जबकि 2 सांसदों ने इसका विरोध भी किया. ऐसे में सवाल उठता है कि जब सभी ने इस बिल को अपना समर्थन दिया तो वे दोनों सांसद कौन हैं जो इसके खिलाफ खड़े थे और उनके खिलाफ होने का कारण क्या है?
बता दें कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी AIMIM के प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असद्दुद्दीन ओवैसी ने भाषण देते समय ही स्पष्ट कर दिया था की वह इस बिल के विरोध में हैं. इसी क्रम में इसी पार्टी के एक और सांसद ने बिल का विरोध किया है.
बता दें कि ओवैसी के अलावा महाराष्ट्र के छत्रपति शंभाजी नगर से एआईएमआईम सांसद इम्तियाज जलीली ने भी इस बिल का विरोध किया है. बिल पर मतदान करते समय ओवैसी ने कुछ संशोधन भी दिए हैं. हालांकि उनके संशोधन को ध्वनिमत के साथ अस्वीकार कर दिया गया.
बता दें कि ओवैसी ने संसद में अपना भाषण देते हुए कहा था कि इसमें ओबीसी और मुस्लिम महिलाओं के बारे में बात नहीं की गई है. ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं की आबादी देश में 7 प्रतिशत है लेकिन इस सदन में उनकी भागीदारी सिर्फ 0.7 प्रतिशत ही है.
बता दें कि इस बिल को केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पेश किया था. सोमवार को मोदी कैबिनेट की मीटिंग के बाद इस बिल को मंजूरी दी गई और फिर संसद के विशेष सत्र में इसे पेश कर दिया गया.
कल यानी गुरुवार को यह बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा. राज्यसभा से पास होने के बाद राष्ट्रपित के हस्ताक्षर से यह बिल संविधान संशोधन के साथ अगले चुनावों से से अमल में लिया जाने लगेगा. First Updated : Wednesday, 20 September 2023