World Cerebral Palsy Day: जब भी हम किसी भी स्थान पर जाते हैं तो अक्सर हम से अलग लोगों को सभी ने देखा होगा. ज्यादा कर लोग रोड पर भीख मांगते हुए नजर आते हैं किसी के पैर ठीक नहीं होते हैं तो किसी के हाथ काटे होते हैं या बचपन से होते ही नहीं . जिन्हें हम लंगड़े, आंधे कहते हैं ये सभी लोग अक्सर रोड पर भीख मांगते हैं. तो वही अनाथ आश्रम में भी कई लोग इस तरह की बीमारियों से पीड़ित होते हैं. भारत में ऐसे लोगों की संख्या कम से कम 17 मिलियन से भी अधिक है.
सेरेब्रल पाल्सी रोग के बारे में लोगों को उपचार करने के बारे में किसी भी तरह की जानकारी नहीं है इसका इलाज केवल अस्पतालों में ही किया जाता है. यह एक ऐसी समस्या होती है जिसमें इंसान के शरीर का संतुलन बनाना काफी कठिन होता है. जिसे सेरेब्रल के नाम से जाना जाता है.
सेरेब्रल पाल्सी, उन विकारों का एक समूह है जो किसी व्यक्ति की चलने-फिरने,सतुंलन और मुद्रा बनाए रखने की क्षमता को प्रभावित करती है. इसके साथ ही बचपन में होने वाला सबसे आम मोटर विकलांगता है. इस समस्या से दुनियाभर में 17 मिलियन लोग शिकार हैं.
इस रोग के शिकार लोगों को एक मंच देने और रोग के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है. जिसे आज वर्ल्ड सेरेब्रल पाल्सी डे के नाम से मनाया जाता है. सेरब्रेल पाल्सी उन शारीरिक स्थितियों का एक समूह है जो गति और मुद्रा को प्रभावित करता है. यह बच्चों में होने वाली दिक्कत है जो उनके विकासशील मस्तिक पर नकारात्मक असर डाल डालती है, ये समस्या लोगों में उनके जन्म से पहले ही होनी शुरू हो जाती है. First Updated : Friday, 06 October 2023