रविवार WFI चीफ बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन पिछले महीने से दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवान ने नए संसद भवन तक मार्च निकालने की कोशिश की। 28 मई को पहलवानों ने नई संसद के सामने महिला महापंचायत करने का ऐलान किया था। पहलवान यौन शोषण के कथित आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तारी करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
यह तब हो रहा था, जब पीएम मोदी नए संसद भवना का उद्घाटन कर रहे थे। इस दौरान विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक समेत कई लोगों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की।
रविवार को दिल्ली पुलिस ने जब पहलवानों ने संसद तक मार्च निकालने की कोशिश कर रहे थे, तभी दिल्ली पुलिस ने कुछ देर बाद पहलवानों को हिरासत में ले लिया। साथ ही जंतर मंतर पर धारा 144 लागू कर दी और देर शाम तक पहलवानों को रिहा कर दिया गया। आपको बता दें कि पुलिस ने पहलवानों का धरनास्थल खाली करा लिया।
पुलिस द्वारा पहलवानों की गिरफ्तारी पर साक्षी मलिक ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हमने दंगा नहीं किया है और न कोई बवाल किया है। साक्षी ने कहा कि हमारे पास फोटो, वीडियो सबूत हैं। साथ ही उन्होंने विनेश फोगाट की फोटो को एडिट करने का आरोप लगाया और कहा आईटी सेल उन लोगों (पहलवानों) को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।
साक्षी मलिक ने कहा कि हम अभी हम लोग मानसिक रूप से थके हुए हैं, अभी आगे का कोई प्लान नहीं है। इसके अलावा उन्होंने सोमवार को कोई भी प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने का फैसला लिया है। इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि "दिल्ली पुलिस को यौन शोषण करने वाले बृज भूषण के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 दिन लगते हैं और शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर हमारे ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने में 7 घंटे भी नहीं लगाए. क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है ? First Updated : Monday, 29 May 2023