2014 और 2019 में लगातार बहुमत की सरकार बनाने वाली बीजेपी 2024 में बहुमत के आंकडे़ से चूक गई. एक तरफ जहां सर्वे में बीजेपी को 350 से अधिक सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था. लेकिन चुनावी नतीजे इसके बिल्कुल उलट रहे और नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी को 240 सीटों पर जीत मिली. हालांकि, बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाब रही.
कांग्रेस को उल्लेखनीय बढ़त
विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया. कांग्रेस को 2019 के मुकाबले 2024 में ज्यादा सीटें मिली और 99 सीटों पर जीत मिली. कांग्रेस ने न सिर्फ बीजेपी के वोट शेयर में सेंधमारी की, उसकी सीटों में भी इजाफा देखने को मिला. हालांकि, बाद में वायनाड पर हुए उपचुनाव के बाद अब यह आंकड़ा बढ़कर 100 हो गया है. वायनाड की सीट राहुल गांधी के रायबरेली सीट चुनने के बाद खाली हुई थी, वायनाड से प्रियंका गांधी लोकसभा सांसद चुनी गईं हैं.आपको बता दें कि 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 52 सीटों पर ही जीत मिली, जबकि 2014 के चुनावों में 44 सीटों पर सिमट कर रह गई.
क्षेत्रीय दलों ने भी किया शानदार प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा. अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा को 37 सीटों पर जीत मिली, जबकि कांग्रेस के खाते में 6 सीटें आईं. इसी तरह पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने बीजेपी को आगे नहीं बढ़ने दिया और पिछली बार के मुकाबले सीटों में बढ़ोतरी की. टीएमसी ने 2024 के चुनावों में 29 सीटें हासिल की, जबकि बीजेपी की सीटें 18 से घटकर 12 रह गईं. वहीं, तमिलनाडु मेंइंडिया ब्लॉक ने सभी 39 सीटों पर कब्जा करके क्लीन स्वीप किया और भाजपा का खाता भी नहीं खुला.
बड़े उलटफेर
अमेठी: कांग्रेस के दिग्गज किशोरी लाल ने भाजपा की मंत्री स्मृति ईरानी को हराकर कांग्रेस की अपने गढ़ में वापसी कराई.
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सीट पर कब्ज़ा किया, लेकिन पिछले चुनावों की तुलना में अंतर काफी कम रहा है.
फैजाबाद (अयोध्या): इस साल की शुरुआत में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद भी भाजपा इस हाई-प्रोफ़ाइल निर्वाचन क्षेत्र से हार गई.
मुंबई उत्तर पश्चिम: कड़े मुकाबले में एनडीए उम्मीदवार ने सिर्फ़ 48 वोटों से जीत मिली.
केरल: पहली बार बीजेपी ने केरल में एक सीट हासिल की, अभिनेता सुरेश गोपी ने कोच्चि सीट से जीत हासिल कर बीजेपी का खाता खोला.
गुजरात: कांग्रेस ने मोदी के गृह राज्य में एक सीट जीतकर भाजपा के दशक भर के वर्चस्व को तोड़ दिया.
महाराष्ट्र में चौंकाने वाले नतीजे
सबसे ज्यादा चौंकाने वाले नतीजे महाराष्ट्र में देखने को मिले. दरअसल, महाराष्ट्र में पहली बार एनसीपी और शिवसेना के दो-दो गुट आमने सामने थे. लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजित गुट) थे. तो वहीं दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना UBT, एनसीपी (SP) शामिल थीं. महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी को सबसे ज्यादा सीटें मिलीं और पिछले दो चुनावों 2014 और 2019 में हाशिए पर चल रही कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी.
महाराष्ट्र में कांग्रेस को 13 सीटों पर जीत मिली. शिवसेना UBT को 9 सीटें, एनसीपी (SP) को 9 सीटें, बीजेपी को 9 सीटें, शिवेसना (शिंदे गुट) 6 सीटें और एनसीपी (अजित गुट) को 1 सीट पर जीत हासिल हुई.
लोकतंत्र का पैमाना
19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में हुए चुनाव में 640 मिलियन से अधिक वोट पड़े, जो भारत के जीवंत लोकतंत्र का प्रमाण है. First Updated : Saturday, 07 December 2024