Waqf Act 2025: वक्फ बिल के कानून बनते ही एक्शन में आए योगी और धामी, सरकारी संपत्तियों से जुड़े दावों पर जांच शुरू

Waqf Act 2025 बनते ही यूपी और उत्तराखंड में बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है. योगी और धामी सरकार ने अवैध वक्फ संपत्तियों की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. अब तक जिन सरकारी जमीनों पर वक्फ का कब्जा था, उन पर कार्रवाई की तैयारी तेज हो गई है.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Waqf Act 2025: वक्फ बिल के कानून बनते ही भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में वक्फ की अवैध संपत्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की शुरुआत हो गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस मुद्दे पर पूरी तरह एक्शन मोड में हैं. दोनों राज्यों ने अवैध वक्फ संपत्तियों की पहचान और उनके पुनः अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

अब तक जिन सरकारी संपत्तियों पर वक्फ ने कथित रूप से अवैध दावा कर रखा था, उनकी गहन जांच शुरू हो चुकी है. यूपी और उत्तराखंड सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इन संपत्तियों को वापस लेकर जनहित के कार्यों में उपयोग किया जाएगा. यह कदम आने वाले समय में वक्फ के नाम पर हो रही कब्जा संस्कृति पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ा परिवर्तन साबित हो सकता है.

योगी सरकार का बड़ा ऐलान

उत्तर प्रदेश में वक्फ के तहत अवैध रूप से कब्जाई गई सरकारी संपत्तियों की संख्या काफी अधिक है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि ऐसे सभी मामलों में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. जब्त की गई संपत्तियों का उपयोग आम जनता के कल्याण में किया जाएगा.

उत्तराखंड में धामी सरकार ने भी कसी कमर

उत्तराखंड में वक्फ से जुड़ी 5388 संपत्तियों में से केवल 2147 ही रजिस्टर्ड हैं, जबकि 3241 संपत्तियां बिना रजिस्ट्रेशन के हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ निर्देश दिए हैं कि वक्फ बोर्ड की सभी संपत्तियों की जांच होगी और जो भी अवैध पाई जाएंगी, उन्हें जब्त कर जनहित में इस्तेमाल किया जाएगा.

अलीगढ़ में वक्फ का हैरान करने वाला दावा

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से वक्फ के एक चौंकाने वाले दावे की खबर सामने आई है. वक्फ बोर्ड ने अचल तालाब क्षेत्र, जो हिंदू बहुल इलाका है और जिसमें पचास से अधिक प्राचीन मंदिर स्थित हैं, को कब्रिस्तान घोषित कर उस पर दावा ठोक दिया. यह क्षेत्र सदियों पुरानी सनातन आस्था से जुड़ा है, लेकिन वक्फ रिकॉर्ड में इसे कब्रिस्तान के रूप में दर्ज कर दिया गया.

अलीगढ़ के अचल सरोवर क्षेत्र को महाभारत काल से जुड़ा माना जाता है. यहां का अचल तालाब और शिव मंदिर पौराणिक महत्व रखते हैं. बावजूद इसके, वक्फ बोर्ड ने इस पूरे इलाके को अपनी संपत्ति बताया. मंदिर के पुजारी महंत कौशलनाथ ने बताया, "सालों पुराना मंदिर वक्फ के समय से भी पहले का है, फिर भी डीएम आवास से लेकर पूरा अलीगढ़ वक्फ ने अपने नाम कर लिया है."

प्रशासन की जांच में सामने आई सच्चाई

अलीगढ़ के डीएम पंकज कुमार के अनुसार जिले में कुल 1768 वक्फ संपत्तियों की जांच हुई, जिनमें से 1216 संपत्तियां सरकारी पाई गईं. कोल तहसील में हुई जांच में भी 632 में से 245 संपत्तियां सरकारी निकलीं. प्रशासन ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है और आगे की कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है.

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06 April 2025, 10:46 AM IST

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