ट्रंप की चेतावनी: 20 जनवरी से पहले हमास ने बंधकों की रिहाई नहीं की तो 'सब कुछ हो जाएगा बर्बाद'
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में चेतावनी दी है कि यदि 20 जनवरी तक हमास ने बंधक बनाए गए व्यक्तियों की रिहाई नहीं की तो इसके गंभीर परिणाम होंगे. ट्रंप का कहना है कि यह समयसीमा पूरी होने से पहले बंधकों को रिहा नहीं किया गया, तो सबकुछ बर्बाद हो सकता है. ट्रंप के इस बयान ने अमेरिकी राजनीति नें हलचल मचा दी है. अगले कुछ दिनों में इसका असर देखने को मिल सकता है.
इंटरनेशनल न्यूज. अमेकिरा के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक संवादाता सम्मेलन के दौरान चेतावनी दी है कि यह हमास ने 20 जनवरी से पहले बंधकों को रिहा नहीं किया तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा. ट्रंप ने यह बयान फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में दिया, जहां वह मीडिया से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह स्थिति गंभीर है और यदिय बंधकों को रिहा नहीं किया तो परिणाम भयंकर हो सकते हैं.
इससे पहले, उनके मध्य पूर्व विशेष दूत, स्टीवन चार्ल्स विटकॉफ, जो हाल ही में इस क्षेत्र से लौटे थे, ने कहा कि वार्ता काफी प्रगति कर रही है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लेकर बहुत आशान्वित हैं और उम्मीद करते हैं कि ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने से पहले बंधकों की रिहाई की घोषणा की जा सकती है। विटकॉफ ने इस बात पर भी जोर दिया कि राष्ट्रपति ट्रम्प की प्रतिष्ठा और उनकी स्पष्ट शर्तें ही इस वार्ता को आगे बढ़ा रही हैं।
यह हमास के लिए अच्छा नहीं होगा
ट्रम्प ने हमास को चेतावनी दी कि यदि 20 जनवरी तक बंधक रिहा नहीं हुए, तो "यह हमास के लिए अच्छा नहीं होगा।" उन्होंने कहा कि सब कुछ बर्बाद हो जाएगा और यह किसी के लिए भी फायदेमंद नहीं होगा। ट्रम्प ने यह भी कहा कि बंधक कभी लिए नहीं जाने चाहिए थे और 7 अक्टूबर को हुआ हमला कभी नहीं होना चाहिए था।
परिवारों का दर्द
ट्रम्प ने बंधकों के परिवारों का दर्द भी साझा किया, जिनकी व्यथा उनके सामने आई थी। उन्होंने बताया कि अमेरिकी नागरिकों के परिवार वाले उनसे बिनती करते हैं कि वे उनके बच्चों के शव वापस लाकर दें। एक विशेष उदाहरण देते हुए, ट्रम्प ने कहा कि एक खूबसूरत लड़की को जिस तरह से बंधक बना कर फेंका गया, वह अत्यंत दर्दनाक था।
रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तत्पर हैं
ट्रंप ने कहा कि वह यह कह रहे हैं कि कि वह वार्ता को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते। यदि उनके पदभार ग्रहण करने से पहले, जो अब दो सप्ताह होने जा रहा है, समझौता नहीं हुआ, तो मध्य पूर्व में बहुत बवाल मच जाएगा. यह घटना न केवल अमेरिकी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है, बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता की स्थिति को भी प्रभावित कर रही है. ट्रम्प का यह बयान दर्शाता है कि इस मुद्दे पर उनका रुख सख्त है और वे किसी भी हालत में बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तत्पर हैं.