'भारत-पाक खुद सुलझा लेंगे मामला', पहलगाम हमले पर बोले ट्रंप
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत को सिंधु जल संधि को लेकर भड़काऊ बयान दिया. उन्होंने कहा, "या तो सिंधु नदी में हमारा पानी बहेगा या उनका खून." इस बयान से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है.

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने इस हमले को "बहुत बुरा" बताया. ट्रंप ने यह बयान उस समय दिया जब वह एयरफोर्स वन में पत्रकारों से बात कर रहे थे. ट्रंप ने कहा कि वे भारत और पाकिस्तान दोनों के काफी करीब हैं. उन्होंने कहा, “कश्मीर में पिछले हजार सालों से विवाद चला आ रहा है. यह बहुत पुराना संघर्ष है. लेकिन मुझे भरोसा है कि भारत और पाकिस्तान इसे किसी न किसी तरह से सुलझा लेंगे.”
उन्होंने यह भी बताया कि इस हमले में 30 से ज्यादा लोग मारे गए और यह हाल के समय का सबसे भयानक हमला है. ट्रंप ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात करके इस हमले की कड़ी निंदा की थी और भारत को आतंकवाद के खिलाफ हर संभव समर्थन देने की बात कही थी.
बैसरन में हुआ था हमला
मंगलवार को कश्मीर के बैसरन क्षेत्र में, जो एक मशहूर टूरिस्ट प्लेस है, आतंकियों ने फायरिंग कर दी थी. इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी. यह पिछले 20 वर्षों में कश्मीर का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है.
भारत की सख्त कार्रवाई
इस हमले के बाद भारत ने कई कूटनीतिक कदम उठाए. इसमें अटारी बॉर्डर पर स्थित एकीकृत चेक पोस्ट (ICP) को बंद करना, पाकिस्तानियों के लिए सार्क वीजा छूट योजना (SVES) को रोकना, और दोनों देशों के उच्चायोगों में काम कर रहे अधिकारियों के वेतन में कटौती जैसे फैसले शामिल हैं.
सिंधु जल संधि को भी किया निलंबित
भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया है. भारत अब सिंधु नदी का पानी पाकिस्तान जाने से रोकने के लिए तीन स्तरों – तात्कालिक, मध्यम और दीर्घकालिक – पर योजना बना रहा है. अधिकारियों ने कहा है कि भारत अब यह सुनिश्चित करेगा कि सिंधु का पानी बर्बाद न हो और पाकिस्तान को न मिले.
कश्मीर बना तनाव का केंद्र
कश्मीर हमेशा से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का बड़ा कारण रहा है. दोनों देश इस मुद्दे पर दो युद्ध भी लड़ चुके हैं. और अब इस हमले के बाद एक बार फिर हालात बिगड़ते दिख रहे हैं.


