'भारत म्यांमार के साथ खड़ा है', प्रधानमंत्री मोदी ने सेना प्रमुख से की मुलाकात...और मदद का दिया भरोसा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थाईलैंड में अलग-अलग नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान म्यांमार के सेना प्रमुख से भी मुलाकात की. इस मुलाकात में पीएम मोदी ने हाल ही में म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप को लेकर संवेदनाएं जताईं. उन्होंने कहा कि भारत जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सहायता भेजने को तैयार है. बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली पर भी जोर दिया.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थाईलैंड की यात्रा पर हैं. इस दौरान उन्होंने बिम्सटेक के नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात की. पीएम मोदी ने शुक्रवार को म्यांमार के सैन्य प्रमुख से मुलाकात के दौरान हाल ही में आए भूकंप के बाद भारत की सहायता पर चर्चा की. प्रधानमंत्री ने म्यांमार को आश्वासन दिया कि भारत जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सहायता भेजने के लिए तैयार है. बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली पर भी जोर दिया तथा क्षेत्र में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता के बारे में अवगत कराया.

भूकंप से तबाही पर जताई संवेदनाएं

एक्स पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, " म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से बिम्सटेक शिखर सम्मेलन बैंकॉक में मुलाकात की. म्यामांर में हाल ही में आए भूकंप के कारण हुई जान-माल की नुकसान पर एक बार फिर संवेदनाएं व्यक्त की. पीएम मोदी ने कहा कि भारत इस कठिन समय में म्यांमार के अपने भाइयों और बहनों की सहायता के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. हमने भारत और म्यांमार के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा की, विशेष रूप से कनेक्टिविटी, क्षमता निर्माण, बुनियादी ढांचे के विकास और अन्य क्षेत्रों में."

बांग्लादेश को दी चेतावनी

इसके बाद प्रधानमंत्री ने बांग्लादेशी नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस से मुलाकात की. पीएम मोदी ने बांग्लादेश में लोकतंत्र के महत्व को दोहराया. उन्होंने दोनों पड़ोसी देशों के बीच सकारात्मक और प्रगतिशील संबंधों को बढ़ावा देने की बात कही, साथ ही उन्होंने आगाह किया कि द्विपक्षीय संबंधों को बाधित करने वाली किसी भी बयानबाजी से बचना चाहिए.

अल्पसंख्यकों का उठाया मुद्दा

चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया और यूनुस प्रशासन से उनकी सुरक्षा में अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया. यह पहली बार है जब भारत ने बांग्लादेश में चुनावों के बारे में इतनी खुलकर बात की है, जो उसके कूटनीतिक दृष्टिकोण में बदलाव का संकेत है.

प्रधानमंत्री मोदी क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा के लिए नेपाल के प्रधानमंत्री से मिलने वाले हैं. इस बीच, सूत्रों ने स्पष्ट किया कि भारत के विदेश सचिव ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के संभावित प्रत्यर्पण पर कोई टिप्पणी नहीं की.

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04 April 2025, 04:11 PM IST

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