'भारत टैरिफ में करेगा कटौती', मुक्ति दिवस की टाइमलाइन से पहले बोले ट्रंप
ट्रंप ने कहा कि मैंने सुना है कि भारत अपने टैरिफ में भारी कमी करने जा रहा है. बहुत से देश अपने टैरिफ में कमी करने जा रहे हैं. उन्होंने इस चिंता को खारिज कर दिया कि नीतिगत बदलाव से अमेरिकी सहयोगी चीन के करीब आ सकते हैं और यूरोपीय संघ द्वारा हाल ही में कार टैरिफ में 2.5% की कटौती को सफलता का सबूत बताया. इससे पहले व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविन ने कहा कि यूरोपीय यूनियन अमेरिकी डेयरी पर 50% टैरिफ लगाता है, जापान अमेरिकी चावल पर 700% टैरिफ लगाता है और कनाडा अमेरिकी मक्खन और पनीर पर लगभग 300% टैरिफ लगाता है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को कहा कि भारत अन्य अमेरिकी सहयोगियों के साथ मिलकर आगामी कोरोना वायरस महामारी से पहले अपने टैरिफ में 'काफी' कमी करने के लिए तैयार है.उन्होंने आगामी टैरिफ कटौती को अमेरिकी व्यापार के लिए 'मुक्ति दिवस' बताया तथा कहा कि उनकी रणनीति परिणाम दे रही है.
ट्रंप ने कहा कि मैंने सुना है कि भारत अपने टैरिफ में भारी कमी करने जा रहा है. बहुत से देश अपने टैरिफ में कमी करने जा रहे हैं. उन्होंने इस चिंता को खारिज कर दिया कि नीतिगत बदलाव से अमेरिकी सहयोगी चीन के करीब आ सकते हैं और यूरोपीय संघ द्वारा हाल ही में कार टैरिफ में 2.5% की कटौती को सफलता का सबूत बताया.
व्यापार बाधाओं का दिया हवाला
इससे पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि प्रशासन कई देशों द्वारा लागू की गई प्रतिबंधात्मक व्यापार नीतियों को देखता है. उन्होंने कहा कि भारत वर्तमान में अमेरिकी कृषि उत्पादों पर 100% टैरिफ लगाता है. यूरोपीय संघ अमेरिकी डेयरी पर 50% टैरिफ लगाता है, जापान अमेरिकी चावल पर 700% टैरिफ लगाता है और कनाडा अमेरिकी मक्खन और पनीर पर लगभग 300% टैरिफ लगाता है.
हो सकता है वर्ल्ड टैरिफ वॉर
लेविट ने दावा किया कि इन टैरिफों के कारण अमेरिकी उत्पादों के लिए विदेशी बाजारों में प्रतिस्पर्धा करना असंभव हो गया है, जिसके कारण नौकरियां खत्म हो रही हैं और अमेरिकी व्यवसायों को आर्थिक संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अब पारस्परिकता का समय आ गया है. राष्ट्रपति अमेरिकी उद्योगों और श्रमिकों की सुरक्षा के लिए ऐतिहासिक बदलाव कर रहे हैं. ट्रंप अपनी आक्रामक व्यापार नीतियों पर अड़े हुए हैं, लेकिन आलोचकों ने चेतावनी दी है कि यह दृष्टिकोण वैश्विक व्यापार युद्ध में बदल सकता है. चीन, कनाडा और यूरोपीय संघ जैसे देश जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में संभावित रूप से व्यवधान पैदा हो सकता है.
यह एक नई शुरूआत
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने पहले ही इस उद्देश्य को पूरी तरह से लागू करने का संकल्प लिया है. लेविट ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम अन्य देशों से समान व्यापारिक व्यवहार की उम्मीद करें. व्हाइट हाउस ने इन भारी टैरिफ्स को अमेरिकी उत्पादों के लिए एक नई शुरुआत के रूप में देखा है. उन्होंने आगे कहा कि दुर्भाग्यवश, ये देश लंबे समय से हमारे देश को ठग रहे हैं और उन्होंने अमेरिकी मजदूरों के प्रति अपना गुस्सा जाहिर कर दिया है.