Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में सरकार का तख्तापलट और शेख हसीना के प्राधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब देश में नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली नई अंतरिम सरकार का गठन हो गया है. इस बीच शेख हसीना के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद भारत आने पर बांग्लादेश की पूर्व पीएम खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता खंडाकर मोशर्रफ हुसैन का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय संबंध केवल अवामी लीग पर निर्भर नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीएनपी नेता खंडाकर मोशर्रफ हुसैन ने कहा कि भारत ने पूर्व पीएम शेख हसीना को शरण दिया है. इसे लेकर बांग्लादेश में हालात बिगड़ना स्वाभाविक है. उन्होंने आगे कहा कि भारत बांग्लादेश के लिए बहुत खास है और द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करने का यह सही समय है.
इस बीच खंडाकर मोशर्रफ हुसैन ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए बधाई संदेश का भी स्वागत किया और उम्मीद जताई कि भारत अवामी लीग और शेख हसीना का समर्थन करना बंद कर देगा, जो बड़े पैमाने पर विद्रोह के बाद देश छोड़कर भाग गईं हैं. इस दौरान एक अन्य बीएनपी नेता अब्दुल अवल मिंटू ने कहा कि बेहतर होता अगर शेख हसीना भारत नहीं भागतीं, क्योंकि बांग्लादेश में लोग भारत के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के इच्छुक हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और वहां के लोग भारत को मित्र के रूप में देखते हैं.
मोशर्रफ हुसैन ने अपने बयान में आगे कहा कि जब बीएनपी सत्ता में थी तब उन्होंने बांग्लादेश सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया था और भारत और बांग्लादेश के बीच सबसे अच्छे संबंध थे. हुसैन ने कहा, 'भारत बांग्लादेश के लिए बहुत खास है. उसने लगातार अपने लोगों का समर्थन किया है और भरोसा जताया है कि दोनों देशों के बीच अच्छे द्विपक्षीय संबंध बने रहें.
मोशर्रफ हुसैन ने कहा कि बांग्लादेश के लोगों को उम्मीद है कि भारत सरकार हमेशा अवामी लीग जैसे भ्रष्ट और तानाशाही शासन का समर्थन नहीं करेगी. उन्होंने उम्मीद जाताई है कि नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार लोगों के लिए सामान्य हालात और लोकतांत्रिक अधिकारों को जल्द बहाल करेगी.
First Updated : Friday, 09 August 2024