'पाकिस्तान किसी भी न्यूट्रल जांच के लिए तैयार', भारत की कार्रवाई के आगे पाक ने टेके घुटने
उल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी घातक आतंकवादी हमले के अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की शपथ ली है तथा कहा है कि नई दिल्ली "आतंकवादियों का धरती के अंत तक पीछा करेगी". प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की धरती से मैं पूरी दुनिया से कहता हूं. भारत हर आतंकवादी और उसके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें ट्रैक करेगा और उन्हें सजा देगा.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि इस्लामाबाद जम्मू एवं कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की 'तटस्थ जांच' के लिए तैयार है. इस जघन्य हमले में दो विदेशी नागरिकों समेत 26 लोग मारे गए थे. शरीफ ने एबटाबाद स्थित एक सैन्य अकादमी में आयोजित एक समारोह के दौरान कहा, "पाकिस्तान किसी भी तटस्थ, पारदर्शी और विश्वसनीय जांच में भाग लेने के लिए तैयार है." हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तानी सेना "किसी भी दुस्साहस के खिलाफ देश की संप्रभुता और इसकी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार है, जैसा कि फरवरी 2019 में भारत के दुस्साहसी आक्रमण के प्रति उनकी संयमित लेकिन दृढ़ प्रतिक्रिया से स्पष्ट रूप से प्रदर्शित होता है."
पहलगाम हमले में मारे गए 26 लोग
शरीफ की यह टिप्पणी पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ द्वारा दिए गए बयान के बाद आई है, जिसमें ख्वाजा ने कहा था कि इस्लामाबाद 'अंतर्राष्ट्रीय निरीक्षकों' द्वारा की जाने वाली किसी भी जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है. पहलगाम के पास बैसरन में हुए हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे. आतंकवाद के जवाब में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना भी शामिल है. नई दिल्ली ने अटारी सीमा पर एकीकृत चेक प्वाइंट को भी बंद कर दिया और भारत में पाकिस्तानी उच्चायोगों की कुल संख्या को कम कर दिया. अटारी सीमा के जरिए देश में प्रवेश करने वाले सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भी 1 मई तक देश छोड़ने के लिए कहा गया है.
पाकिस्तान नहीं चाहता युद्ध- आसिफ ख्वाजा
इस बीच, आसिफ ने दावा किया कि भारत ने 'घरेलू राजनीतिक उद्देश्यों' के लिए सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बहाने के रूप में आतंकी हमले का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली ने "बिना किसी सबूत और जांच के" इस्लामाबाद को दंडित करने के लिए कदम उठाए. आसिफ ने कहा, "हम नहीं चाहते कि यह युद्ध भड़के, क्योंकि इस युद्ध के भड़कने से इस क्षेत्र में तबाही मच सकती है."
पीएम मोदी ने दी चेतावनी
उल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी घातक आतंकवादी हमले के अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की शपथ ली है तथा कहा है कि नई दिल्ली "आतंकवादियों का धरती के अंत तक पीछा करेगी". प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की धरती से मैं पूरी दुनिया से कहता हूं. भारत हर आतंकवादी और उसके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें ट्रैक करेगा और उन्हें सजा देगा. हम उन्हें धरती के कोने-कोने तक खदेड़ेंगे.आतंकवाद से भारत की आत्मा कभी नहीं टूटेगी. आतंकवाद को दंडित किए बिना नहीं छोड़ा जाएगा." उन्होंने चेतावनी दी कि इसमें शामिल आतंकवादियों और "इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी.


