पीएम मोदी की यूनुस को नसीहत, माहौल खराब करने वाली बयानबाजी से बचें

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ने एक लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया. उन्होंने कहा कि भारत संबंधों के लिए एक जन-केंद्रित दृष्टिकोण में विश्वास करता है. पीएम मोदी ने बांग्लादेश सरकार के अंतरिम प्रमुख से कहा कि माहौल को खराब करने वाली किसी भी बयानबाजी से बचना चाहिए.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश सरकार के सलाहकार मुहम्मद यूनुस के बीच थाइलैंड में पहली मुलाकात हुई. दो देशों के शीर्ष नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. इस दौरान पीएम मोदी ने बांग्लादेश के यूनुस से कहा, माहौल खराब करने वाली किसी भी बयानबाजी से बचना चाहिए. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश के नेता के सामने पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर भारत की चिंताओं को उठाया. बता दें कि पूर्वोत्तर पर यूनुस की टिप्पणी के कुछ सप्ताह बाद भारतीय नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया आई थी. बता दें कि यूनुस ने हाल ही में चीन यात्रा के दौरान पूर्वोत्तर को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनकी जमकर आलोचना हुई.

भारत के समर्थन को फिर दोहराया

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ने एक लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया. उन्होंने कहा कि भारत संबंधों के लिए एक जन-केंद्रित दृष्टिकोण में विश्वास करता है और दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे सहयोग पर प्रकाश डाला, जिससे दोनों देशों के लोगों को ठोस लाभ मिला है. इस भावना के साथ उन्होंने एक बार फिर प्रोफेसर यूनुस को व्यावहारिकता के आधार पर बांग्लादेश के साथ सकारात्मक और रचनात्मक संबंध बनाने की भारत की इच्छा को रेखांकित किया.

मिसरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस संबंध में यह भी आग्रह किया कि माहौल को खराब करने वाली किसी भी बयानबाजी से बचना चाहिए. सीमा पर कानून का सख्ती से पालन और अवैध सीमा पार करने की रोकथाम, विशेष रूप से रात के समय, सीमा पर स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए आवश्यक है.

अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा का उठाया मुद्दा

विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश में हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और संरक्षा से संबंधित भारत की चिंताओं को रेखांकित किया और उम्मीद जताई कि बांग्लादेश सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अत्याचार के सभी मामलों की गहन जांच पर भी जोर दिया.

मोदी और यूनुस की मुलाकात

शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद पीएम मोदी और पीएम यूनुस के बीच यह पहली मुलाकात थी. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने यूनुस को उनके कार्यभार संभालने पर एक बधाई पत्र भेजा था, लेकिन उस समय से अब तक दोनों देशों के संबंध शांत ही रहे. थाईलैंड में हुई यह बैठक इस दिशा में एक नई शुरुआत हो सकती है.

यूनुस के बयान पर बना था विवाद

बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस हाल ही में दिए गए एक बयान के चलते चर्चा में आ गए थे. उन्होंने कहा था कि “पूर्वोत्तर भारत चारों ओर से स्थल से घिरा हुआ है और ढाका इस पूरे क्षेत्र के लिए महासागर का एकमात्र संरक्षक है.” इस टिप्पणी को भारत में मिश्रित प्रतिक्रियाएं मिली थीं और इसे भारत की भौगोलिक स्थिति को लेकर संवेदनशील बयान माना गया था.

जयशंकर ने पूर्वोत्तर भारत को बताया कनेक्टिविटी हब

बैंकॉक में आयोजित 20वीं बिम्सटेक मंत्रिस्तरीय बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूनुस के बयान का परोक्ष जवाब देते हुए पूर्वोत्तर भारत की भौगोलिक और रणनीतिक स्थिति को उजागर किया. उन्होंने कहा, "हमारा पूर्वोत्तर क्षेत्र विशेष रूप से बिम्सटेक के लिए कनेक्टिविटी हब के रूप में उभर रहा है, जिसमें सड़कों, रेलवे, जलमार्गों, ग्रिडों और पाइपलाइनों का असंख्य नेटवर्क है. त्रिपक्षीय राजमार्ग के पूरा होने से भारत का पूर्वोत्तर प्रशांत महासागर तक जुड़ जाएगा, जो वास्तव में गेम-चेंजर होगा." 

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04 April 2025, 02:44 PM IST

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