Donald Trump: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा पर अपने रुख में किसी बदलाव से इनकार किया. नए साल पर मार-ए-लागो रिसॉर्ट में ट्रंप ने कहा कि मैंने एच-1बी वीजा पर अपना विचार नहीं बदला है. मैंने हमेशा माना है कि हमारे देश में सबसे कुशल लोग होने चाहिए. हमें स्मार्ट लोगों की जरूरत है. हम ऐसे समय में प्रवेश कर रहे हैं, जब नौकरियां पहले से कहीं अधिक होंगी.
एच-1बी वीजा कुशल विदेशी श्रमिकों को अमेरिका में काम करने का अवसर प्रदान करता है. हाल ही में बाइडन प्रशासन ने इस वीजा की आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने और इसके संभावित दुरुपयोग को रोकने की योजना की घोषणा की है.
पहले ट्रंप ने इस कार्यक्रम को अमेरिकी श्रमिकों के लिए "अन्यायपूर्ण" और "बहुत खराब" बताया था. हालांकि, हाल ही में न्यूयॉर्क पोस्ट को दिए एक बयान में उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से इन वीजा का समर्थक रहा हूं. यही कारण है कि हमारे पास ये वीजा हैं.
ट्रंप का यह समर्थन अरबपति एलन मस्क के रुख से मेल खाता है, जो इस कार्यक्रम के समर्थक हैं. दूसरी ओर, ट्रंप समर्थक विवेक रामास्वामी ने एच-1बी कार्यक्रम की आलोचना की है. उन्होंने एक ऐसी प्रणाली की वकालत की है, जो कुशल व्यक्तियों को प्राथमिकता दे, प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दे और प्रशासनिक बाधाओं को कम करे.
राजनीतिक विश्लेषक क्रेग एग्रानोफ ने कहा कि ट्रंप का एच-1बी वीजा का समर्थन उनके "अमेरिका फर्स्ट" दृष्टिकोण से टकरा सकता है. उन्होंने बताया कि एच-1बी वीजा का समर्थन ट्रंप के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' (MAGA) समर्थकों के साथ विरोधाभास पैदा कर सकता है, क्योंकि यह वीजा अमेरिकी श्रमिकों, विशेष रूप से टेक्नोलॉजी सेक्टर में, के लिए प्रतिस्पर्धा खड़ी करता है.
First Updated : Wednesday, 01 January 2025