'हूतियों पर हमले से पहले ही दुनिया को चल गया पता', ट्रंप के अधिकारी ने गलती से ग्रुप में शेयर किया यमन अटैक प्लान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रक्षा सचिव सहित शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों ने यमन में आगामी सैन्य हमलों के लिए वॉर प्लान्स को एक सुरक्षित मैसेजिंग ऐप पर एक समूह चैट में गलती से शेयर कर दिया. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 15 मार्च को दोपहर 2 बजे से कुछ पहले दुनिया को पता चला कि अमेरिका यमन में हूती ठिकानों पर बमबारी कर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने इस गलती को स्वीकार किया.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रक्षा सचिव सहित शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों ने यमन में आगामी सैन्य हमलों के लिए वॉर प्लान्स को एक सुरक्षित मैसेजिंग ऐप पर एक समूह चैट में गलती से शेयर कर दिया. व्हाइट हाउस ने सोमवार को पत्रिका द्वारा घटना का खुलासा किए जाने के बाद कहा.

हमले से पहले ही चल गया पता

रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना में हथियारों के पैकेज, लक्ष्य और समय के बारे में सटीक जानकारी शामिल थी. 15 मार्च को अमेरिका द्वारा यमन पर हमला शुरू करने से दो घंटे पहले ग्रुप चैट में साझा की गई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 15 मार्च को पूर्वी समयानुसार दोपहर 2 बजे से कुछ पहले दुनिया को पता चला कि अमेरिका यमन में हूती ठिकानों पर बमबारी कर रहा है. हालांकि, मुझे पहले बम विस्फोट से दो घंटे पहले ही पता चल गया था कि हमला हो सकता है. मुझे यह इसलिए पता था क्योंकि रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने मुझे सुबह 11.44 बजे युद्ध योजना भेजी थी. योजना में हथियारों के पैकेज, लक्ष्यों और समय के बारे में सटीक जानकारी शामिल थी."

चैट ग्रुप में कौन-कौन शामिल हैं?

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने इस गलती को स्वीकार किया और कहा कि चैट ग्रुप प्रामाणिक प्रतीत होता है. रिपोर्ट के अनुसार, इस चैट ग्रुप में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गब्बार्ड, ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट, व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ सूजी विल्स और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के वरिष्ठ अधिकारियों के खाते भी शामिल थे.

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता के बयान में कहा गया कि इस समय, रिपोर्ट किया गया संदेश धागा प्रामाणिक प्रतीत होता है और हम इस बात की समीक्षा कर रहे हैं कि अनजाने में एक नंबर कैसे श्रृंखला में जुड़ गया. यह अधिकारियों के बीच गहन और विचारशील नीति समन्वय का प्रदर्शन है. हौथी ऑपरेशन की चल रही सफलता दर्शाती है कि हमारे सेवा सदस्यों या हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं था.

अमेरिका ने हूतियों की एयर स्ट्राइक

डेमोक्रेटिक सांसदों ने इस गलत कदम की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और कानून का उल्लंघन है, जिसकी कांग्रेस द्वारा जांच की जानी चाहिए. राष्ट्रपति ट्रंप ने रिपोर्ट किए जाने के 2.5 घंटे बाद कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि संवेदनशील जानकारी साझा की गई है. यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि सैन्य अभियान की बारीकियों को गोपनीय रखा गया था या नहीं, लेकिन वे अक्सर गोपनीय होते हैं और कम से कम सेवा सदस्यों और परिचालन सुरक्षा की रक्षा के लिए उन्हें सुरक्षित रखा जाता है. अमेरिका ने हूतियों के खिलाफ हवाई हमले तब से किए हैं जब से उग्रवादी समूह ने नवंबर 2023 में लाल सागर में वाणिज्यिक और सैन्य जहाजों को निशाना बनाना शुरू किया था.

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25 March 2025, 07:52 AM IST

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