PM Modi met German Chancellor Olaf Scholz: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूक्रेन-रूस संघर्ष को सुलझाने में भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने नई दिल्ली में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ से मुलाकात के बाद यह बात कही. मोदी ने कहा, 'यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष हमारे लिए चिंता का विषय हैं. भारत का मानना है कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है, और हम शांति बहाली के लिए हर संभव मदद देने के लिए तैयार हैं.'
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कहा कि रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में बढ़ता सहयोग हमारे बीच गहरे विश्वास का प्रतीक है. उन्होंने गोपनीय सूचनाओं के आदान-प्रदान पर समझौते को एक महत्वपूर्ण कदम बताया. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि नई पारस्परिक कानूनी संधि आतंकवाद और अलगाववादी तत्वों से निपटने के हमारे संयुक्त प्रयासों को मजबूत करेगी.
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. उनका मानना है कि भारत के विशाल बाजार तक बेहतर पहुंच जर्मनी की चीन पर निर्भरता को कम कर सकती है. स्कोल्ज़ ने पहले भी वैश्विक संघर्षों का समाधान अंतरराष्ट्रीय कानूनों के आधार पर ढूंढने की आवश्यकता पर जोर दिया.
राजधानी में जर्मन बिजनेस 2024 के 18वें एशिया-पैसिफिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए, स्कोल्ज़ ने कहा, 'बहु-ध्रुवीय दुनिया में कोई वैश्विक पुलिसकर्मी नहीं है, और हमारे सामान्य नियमों की निगरानी करने वाला कोई एकल प्रहरी नहीं है. यदि रूस यूक्रेन के खिलाफ अपने अवैध युद्ध में सफल हो जाता है, तो इसके परिणाम यूरोप की सीमाओं के बाहर भी महसूस किए जाएंगे. इससे वैश्विक सुरक्षा और समृद्धि को खतरा होगा.'
इस बीच बीते दिन मंगलवार को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत यूक्रेन विवाद को सुलझाने के लिए हर संभव भूमिका निभाने के लिए तैयार है. रूस के कज़ान में प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद के विषय पर लगातार आपके संपर्क में रहा हूं. जैसा कि मैंने पहले कहा है, हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए. हम शांति और स्थिरता की जल्द स्थापना का पूरा समर्थन करते हैं. हमारे सभी प्रयासों में मानवता को प्राथमिकता दी जाती है. भारत आने वाले समय में हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है.'
First Updated : Friday, 25 October 2024