'जेलेंस्की को गले क्यों लगाया', विदेशी पत्रकार ने किया सवाल; जयशंकर ने दिया करारा जवाब
PM Modi Ukraine Visit: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी यूक्रेन के दौरे पर है जहां आज यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की. पीएम मोदी का राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात चर्चा का विषय रहा. क्योंकि पीएम मोदी ने मुलाकात के दौरान मायूस के दौरान राष्ट्रपति जेलेंस्की को गले से लगाकर उनका हौसला बढ़ाया.पीएम मोदी आज यूक्रेन के दौरे पर है जहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की.
PM Modi Ukraine Visit: पीएम मोदी युक्रेन दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने वहां के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की. अक्सर पीएम मोदी को उनके विदेश दौरे में देखा जाता है कि वह किसी भी बड़े नेता से गले मिलते हैं. इस बार भी उन्होंने वोलोदिमिर जेलेंस्की को गले लगाया है. उनके इस अंदाज को देखकर विदेशी पत्रकार ने सवाल कर दिया. इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने करारा जवाब दिया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यहां यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान पहले उनसे हाथ मिलाया और फिर तुरंत उन्हें गर्मजोशी से गले लगा लिया. इस पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि गले लगाना हमारी संस्कृति का हिस्सा है.
पुतिन को भी गले लगाया था
युद्धग्रस्त देश के शीर्ष नेता को गले लगाने के बमुश्किल छह सप्ताह पहले मोदी ने यूक्रेन के कट्टर दुश्मन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को इसी तरह गले लगाया था. मोदी-जेलेंस्की वार्ता के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर से ‘गले मिलने’ के बारे में सवाल पूछा गया था. इस सवाल का उद्देश्य पहले पुतिन और अब जेलेंस्की के साथ मोदी की मुलाकात के बीच संबंधों पर प्रतिक्रिया मांगना था.
जयशंकर ने दिया जवाब
जयशंकर ने एक पश्चिमी पत्रकार के एक विशिष्ट प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि दुनिया के हमारे हिस्से में जब लोग मिलते हैं, तो वे एक-दूसरे को गले लगाते हैं, यह आपकी संस्कृति का हिस्सा नहीं हो सकता है, लेकिन मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है. वास्तव में आज, मुझे लगता है, मैंने देखा, प्रधानमंत्री (मोदी) ने भी राष्ट्रपति जेलेंस्की को गले लगाया.
पुतिन को गले लगाने पर पीएम ने कही थी ये बात
पत्रकार ने अपने सवाल में कहा था कि कुछ सप्ताह पहले मोदी द्वारा पुतिन को गले लगाने के बारे में इसी तरह उल्लेख किया गया था. जयशंकर ने कहा कि मैंने उन्हें कई अन्य स्थानों पर कई अन्य नेताओं के साथ ऐसा करते देखा है. इसलिए, मुझे लगता है, इन शिष्टाचारों के अर्थ के संदर्भ में हमारे यहां थोड़ा सा सांस्कृतिक अंतर है.’