गाजा में इजरायली सैनिकों ने भीड़ पर चलाई गोलियां, सैकड़ों लोगों की मौत, कई घायल
गाजा शहर के पास सहायता की प्रतीक्षा कर रहे लोगों पर इजरायली गोलीबारी में 104 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. इस गोलीबारी में 280 घायल हो गए. इजरायली सेना ने भीड़ से खतरा की आशंका में गोलियां चलाई.
Israel-Gaza War: गाजा शहर के पास सहायता की प्रतीक्षा कर रहे लोगों पर इजरायली गोलीबारी में 104 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. इस गोलीबारी में 280 घायल हो गए. इजरायली सेना ने भीड़ से खतरा की आशंका में गोलियां चलाई. हालांकि, किसी भी गोलीबारी की जानकारी से इजरायली सेना ने इनकार किया है. उधर, फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इजरायली सेना द्वारा किए गए नरसंहार की निंदा की है. हमास ने भी युद्ध विराम वार्ता रोकने की चेतावनी दी है.
इसराइली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि उस स्थान पर गोलाबारी की कोई जानकारी नहीं थी. सेना ने बाद में कहा कि उत्तरी गाजा में सहायता ट्रक पहुंचने पर धक्का-मुक्की और कुचलने के कारण दर्जनों लोग घायल हो गए.
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति कार्यालय ने घटना की निंदा की
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के कार्यालय ने कहा कि उन्होंने "आज सुबह नबुलसी चौराहे पर सहायता ट्रकों का इंतजार कर रहे लोगों के खिलाफ इजरायली कब्जे वाली सेना द्वारा किए गए भयानक नरसंहार की निंदा की." गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा कि यह घटना एन्क्लेव के उत्तरी भाग में गाजा शहर के पश्चिम में अल-नबुसी चौराहे पर हुई. उन्होंने आगे कहा कि मेडिकल टीमें अल-शिफ़ा अस्पताल पहुंचे दर्जनों घायल लोगों को प्रयाप्त सहायता नहीं पहुंचा सके. गाजा शहर में कमल अदवान अस्पताल के प्रमुख हुसाम अबू सफियाह ने कहा कि उन्हें शहर के पश्चिम में हुई घटना से 10 शव और दर्जनों घायल मरीज मिले हैं.
सात अक्टूबर को शुरू हुआ था युद्ध
इज़रायली आंकड़ों के अनुसार, गाजा में युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास ने 7 अक्टूबर को इज़राइल में लड़ाके भेजे, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए और 253 बंधकों को पकड़ लिया गया. गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि तब से अब तक 30,000 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि हजारों लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में ट्रकों को कई शवों को ले जाते हुए दिखाया गया है. रॉयटर्स ने एक वीडियो के स्थान को अल-नबुलसी चौराहे का बताया. जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल थे.