नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से 151 लोगों की गई जान, 10 पॉइंट में समझें अब तक क्या हुआ?

Nepal heavy Rain floods: नेपाल में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन ने भीषण तबाही मचाई है. जिससे 151 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि रविवार तक 56 लोग लापता हैं. इस बीच आइए समझते हैं 10 पॉइंट में कि अब तक नेपाल में क्या क्या हुआ है.

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Edited By: JBT Desk

Nepal heavy Rain floods: नेपाल में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 151 हो गई है, जबकि रविवार तक 56 लोग लापता हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, सरकार ने आपदा के मद्देनजर स्कूलों को तीन दिन के लिए बंद करने की घोषणा की है. शुक्रवार से पूर्वी और मध्य नेपाल के बड़े क्षेत्र में बाढ़ आ गई है, जिससे कई  क्षेत्र प्रभावित हुए हैं.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसके साथ ही काठमांडू घाटी में बाढ़ ने ट्रैफिक और डेली लाइफ को पूरी तरह से ठप्प कर दिया है, जहां 37 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने पिछले 40-45 सालों में घाटी में इस पैमाने की बाढ़ और तबाही नहीं देखी थी. 

अब तक क्या हुआ जानें सब कुछ?

1-नेपाल में भूस्खलन के कारण शनिवार से नेशनल हाईवे अवरुद्ध हैं, जिसके कारण सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं.  पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 322 घर और 16 पुल नष्ट हो गए हैं, तथा बचाव कार्य के लिए 20,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात हैं.  अब तक लगभग 3,626 लोगों को बचाया जा चुका है, तथा बचाव अभियान जारी है. 

2-इस बीच  गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ऋषिराम तिवारी के अनुसार,  भूस्खलन से प्रभावित हाईवे सेक्शनस  को दोबारा खोलने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है. 

3-वहीं शनिवार को काठमांडू के पास धाडिंग जिले में भूस्खलन में एक बस के दब जाने से 19 लोगों की मौत हो गई, जबकि भक्तपुर में एक घर के ढह जाने से 5 और लोगों की मौत हो गई.  टेलीविजन फुटेज में पुलिस को घुटनों तक के बूट पहने औजारों का इस्तेमाल करते हुए कीचड़ साफ करते और काठमांडू के एक प्रमुख मार्ग पर भूस्खलन में बह गई दो बसों से 16 शव बरामद करते हुए दिखाया गया. 

4-इस बीच मौसम अधिकारियों ने इस भयंकर बारिश के लिए बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के तंत्र को जिम्मेदार ठहराया, जिसका असर नेपाल और भारत के आसपास के क्षेत्रों पर पड़ा है. 

5-इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट (ICIMOD) के जलवायु एक्स्पर्ट्स ने चेतावनी दी है कि नेपाल में अनियोजित विकास जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न खतरों को और बढ़ा रहा है.  रॉयटर्स ने ICIMOD के पर्यावरण अधिकारी अरुण भक्त श्रेष्ठ के हवाले से कहा कि काठमांडू में बाढ़ का यह स्तर अभूतपूर्व है. 

6-आईसीआईएमओडी ने सरकार और शहरी योजनाकारों से आग्रह किया है कि वे तूफानी जल निकासी और सीवेज प्रणालियों जैसे बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए तुरंत निवेश करें, जिसमें इंजीनियर्ड (ग्रे) और प्रकृति-आधारित (ग्रीन) दोनों समाधान शामिल हों. 

7-शुक्रवार और शनिवार को पूर्वी और मध्य नेपाल में भारी वर्षा के बाद काठमांडू में बागमती नदी खतरनाक स्तर से ऊपर पहुंच गई. 

8-वहीं शनिवार को हुई भारी बारिश का कारण बंगाल की खाड़ी में मानसून की असामान्य स्थिति और कम दबाव प्रणाली को माना गया. दक्षिण-पूर्वी नेपाल में कोशी नदी का जलस्तर घटने लगा है, लेकिन नदी अपने सामान्य स्तर से लगभग तीन गुना अधिक बह रही है, जिससे भारत के बिहार में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. 

9-वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण एशिया में वर्षा का पैटर्न बदल रहा है, लेकिन अनियंत्रित निर्माण, विशेष रूप से बाढ़ के मैदानों में, बाढ़ के बढ़ते प्रभाव का एक प्रमुख कारण है, क्योंकि इससे जल निकासी और जल प्रतिधारण के लिए अपर्याप्त स्थान बचता है. 

10-बाढ़ और भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर व्यवधान पैदा हुआ है, हाईवे , घरों और पुलों को नुकसान पहुंचा है और सैकड़ों परिवार विस्थापित हुए हैं.  सड़क व्यवधानों के कारण देश के कई हिस्सों में हजारों यात्री फंस गए हैं. 

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29 September 2024, 09:48 PM IST

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