हमास ने 19 वर्षीय इजरायली सैनिक लिरी अलबाग का एक वीडियो जारी किया है जिसे डेढ़ साल से बंधक बनाकर रखा गया है. इस वीडियो में लिरी ने अपने दर्द और इजरायली सरकार की उदासीनता का जिक्र किया है. वीडियो जारी होने के बाद लिरी के परिवार ने अपना दुख व्यक्त करते हुए इजरायली सरकार से उसकी रिहाई सुनिश्चित करने की अपील की है.
वीडियो के जारी होने के बाद लिरी के परिवार ने गहरे दुख का इज़हार किया और कहा कि उनकी बेटी गंभीर मानसिक संकट से गुजर रही है. परिवार ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से उसकी रिहाई के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की है.
यह वीडियो साढ़े तीन मिनट का है जिसमें लिरी ने हिब्रू भाषा में अपना दर्द बया किया है. लिरी वीडियो में कहती है, "मैं सिर्फ 19 साल की हूं. मेरे सामने मेरी पूरी जिंदगी है, लेकिन अब मेरी जिंदगी रुक गई है." लिरी ने यह भी कहा कि इजरायली सरकार उन्हें और दूसरे बंधकों को भूल चुकी है. बता दें कि लिरी इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) में निगरानी सैनिक थी. वह गाजा सीमा के पास नाहल ओज सैन्य अड्डे पर तैनात थी. 7 अक्टूबर 2023 को हजारों हमास आतंकवादियों ने इजरायल पर हमला किया, जिसमें 15 सैनिक मारे गए और लिरी सहित सात सैनिकों को बंदी बना लिया गया.
लिरी का परिवार वीडियो देखकर बेहद भावुक हो गया. परिवार ने बयान में कहा, "यह वह बेटी और बहन नहीं है जिसे हम जानते हैं. उसका गंभीर मानसिक संकट स्पष्ट है. उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से अपील की, "अब ऐसे फैसले लें जैसे यह आपका अपना बच्चा हो." नेतन्याहू ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार बंधकों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने यह भी कहा, "हमारे बंधकों को नुकसान पहुंचाने वालों को इसके लिए पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी."
हमास ने वीडियो जारी कर इजरायल पर दबाव बढ़ाने की कोशिश की है. इजरायली सरकार ने इसे मनोवैज्ञानिक युद्ध बताया. आमतौर पर इजरायल की मीडिया बंधकों के वीडियो शेयर नहीं करती, लेकिन लिरी के परिवार की सहमति के बाद इसे सार्वजनिक किया गया.
इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष ने अब तक हजारों जिंदगियां लील ली हैं. गाजा में इजरायली हमलों में अब तक 45,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. वहीं हमास के हमलों में करीब 1,200 इजरायली नागरिकों की जान गई. इस संघर्ष में 250 से अधिक बंधकों को गाजा ले जाया गया था, जिनमें से 96 अभी भी बंधक हैं, और 34 की मौत हो चुकी है. इस बीच, कतर में युद्धविराम वार्ता फिर से शुरू हुई है, लेकिन अभी तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाया है. First Updated : Sunday, 05 January 2025