गाजा पर फिर बरपा इजरायल का कहर, एयरस्ट्राइक में 20 लोगों की मौत, ज्यादातर बच्चे और महिलाएं
Israel Attack on Gaza: गाजा में इज़रायली सेना द्वारा किए गए हवाई हमले में कम से कम 20 लोगों की जान चली गई. फिलिस्तीनी अधिकारियों के मुताबिक, इज़रायली हमले में मारे गए 20 लोगों में आठ महिलाएं और छह बच्चे शामिल थे. इस हमले के बाद से फिलिस्तीनी समुदाय में भय का माहौल.
Israel Attack on Gaza: गाजा में इज़रायली सेना द्वारा किए गए हवाई हमले में कम से कम 20 लोगों की जान चली गई, जिसमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. सोमवार देर रात हुए इस हमले में उत्तरी गाजा के एक घर को निशाना बनाया गया, जहां विस्थापित परिवारों ने शरण ले रखी थी. गाजा की स्वास्थ्य सेवाओं के अनुसार, ये हताहत आम नागरिक थे, और स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है.
इज़रायल ने हमास के ठिकानों को निशाना बनाने के उद्देश्य से गाजा पर अपने हवाई और जमीनी हमले तेज कर दिए हैं. इस हमले के बाद से फिलिस्तीनी समुदाय में भय का माहौल है, जबकि वैश्विक स्तर पर कई देशों से मानवीय सहायता के मुद्दे पर चिंता जताई जा रही है.
मारे गए लोगों में 8 महिलाएं और 6 बच्चे शामिल
फिलिस्तीनी अधिकारियों के मुताबिक, इज़रायली हमले में मारे गए 20 लोगों में आठ महिलाएं और छह बच्चे शामिल थे. इस हमले के बाद, उत्तरी गाजा के कमाल अदवान अस्पताल में स्थिति गंभीर हो गई है, जहां घायलों का इलाज चल रहा है. अस्पताल के निदेशक के अनुसार, विस्थापित लोग इज़रायली सीमा के पास बेत लाहिया में आश्रय लिए हुए थे, जहां यह हमला हुआ.
इज़रायली सेना का बयान
इज़रायली सेना ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने एक हथियार भंडारण सुविधा को निशाना बनाया था, और "नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के जोखिम को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किया गया था." हालांकि, इस हमले में आम नागरिकों की मौत से फिलिस्तीन में रोष और भय दोनों की भावना बढ़ गई है.
बिडेन प्रशासन की चेतावनी
इज़रायली सेना ने बेत लाहिया, बेत हनून और जबालिया शरणार्थी शिविर को खाली करने का आदेश दिया है. इस क्षेत्र में मानवीय सहायता को लगभग एक महीने से बंद रखा गया है, जिस पर अमेरिकी बिडेन प्रशासन ने चेतावनी दी है कि सहायता न मिलने पर इज़रायल को दी जाने वाली सैन्य सहायता पर असर पड़ सकता है.
विस्थापितों की बढ़ती संख्या
गाजा में हिंसा और हमलों के कारण क्षेत्र के लगभग 90% लोग विस्थापित हो चुके हैं, जिनमें से अधिकांश बार-बार अपनी जान बचाने के लिए जगह बदलते रहे हैं. हज़ारों लोग अब गाजा शहर में शरण ले रहे हैं, जबकि अधिकांश अस्पताल और एम्बुलेंस सेवाएं बंद हो गई हैं.
फिलिस्तीनी अस्पतालों पर दबाव
गाजा में कमाल अदवान सहित तीन अस्पताल अब दुर्गम हो गए हैं और एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है. इज़रायली सेना ने पिछले महीने कमाल अदवान अस्पताल पर छापा मारा था, जहां उनका आरोप था कि हमास के आतंकवादी शरण लिए हुए थे, जबकि फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने इन आरोपों को निराधार बताया है.
अन्य हमलों में भी नागरिकों की मौत
मंगलवार सुबह गाजा के तुफाह इलाके में एक अन्य हमले में दो बच्चों और उनके माता-पिता की मौत हो गई. इसी तरह, ज़ुवेदा के पास एक तंबू पर हुए हमले में एक परिवार के चार सदस्य मारे गए, जिनमें एक मां और उसके दो बच्चे शामिल थे.