Journalists Killed In Israel-Hamas War: 7 अक्टूबर से शूरू हुए युद्ध में अब तक इज़राइल और फिलिस्तिन के चार हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. मरने वाले लोगों की सूची में कम से कम 22 पत्रकार भी शामिल हैं. बता दें कि इस युद्ध के दौरान मरने वाले पत्रकारों की संख्या कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) ने दिया है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, समिति ने बताया की शनिवार तक मरे गए 22 पत्रकारों में 18 फ़िलिस्तीनी, 3 इज़रायली और एक लेबनानी पत्रकार शामिल है. वहीं, इस युद्ध के दौरान 8 पत्रकारों के घायल होने की और तीन के लापता होने या हिरासत में लिए जाने की जानकारी है.
'बड़ी कुर्बानी दे रहे हैं पत्रकार'
बड़ी संख्या में पत्रकारों के हुए मौत के मामले पर कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) के मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका कार्यक्रम समन्वयक शेरिफ मंसूर ने कहा, पत्रकार संकट के समय में महत्वपूर्ण काम करने वाले नागरिक हैं और उन्हें युद्धरत दलों द्वारा निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. इस दिल दहला देने वाले संघर्ष को कवर करने के लिए पूरे क्षेत्र के पत्रकार बड़ी कुर्बानी दे रहे हैं. सभी पक्षों को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए.’
मंसूर ने बताया कि पिछले दो हफ्तों के दौरान गाजा में 2001 की तुलना में अधिक पत्रकार मारे गए हैं. गाजा में पत्रकारों को इजरायली सीज़ (घेराबंदी) के चलते बिजली और इंटरनेट कटौती का सामना करना पड़ा है, और कई लोगों ने अपने दफ्तर, घर और परिजनों को खोया है.
मारे गए पत्रकारों की सूची
सीपीजे ने अब तक मारे गए, घायल, हिरासत में लिए गए और लापता पत्रकारों का विवरण प्रकाशित किया है. मारे गए पत्रकारों में ये नाम शामिल हैं
महिला पत्रकार सलाम मेमा की मौत
13 अक्टूबर को एक स्वतंत्र पत्रकार और फिलिस्तीनी मीडिया असेंबली में महिला पत्रकार समिति की प्रमुख सलाम मेमा की मृत्यु की पुष्टि की गई. सीपीजे ने कहा, ‘उत्तरी गाजा पट्टी में स्थित जबालिया शिविर में उनके घर पर 10 अक्टूबर को इजरायली हवाई हमले के तीन दिन बाद उनका शव मलबे से बरामद किया गया था.’ First Updated : Sunday, 22 October 2023