9/11 Terror Attack: 9/11 हमले के 22 साल बाद पूरे, अभी तक नहीं हो पाई 1,000 मृतकों की पहचान
9/11 Terror Attack: आज संयुक्त राज्य अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए हमले के 22 साल पूरे हो गए हैं. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन समेत तीन जगहों पर हुए इन हमलों में करीब 3,000 लोग मारे गए थे.
हाइलाइट
- 9/11 हमले के 22 साल बाद पूरे
- इन हमलों में करीब 3,000 लोग मारे गए थे.
9/11 Terror Attack: संयुक्त राज्य अमेरिका में 9/11 को हुए आतंकवादी की 22वीं बरसी है. इसकी याद में न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन और शैंक्सविले, पेंसिल्वेनिया से लेकर अलास्का में लोग इकट्ठे हो रहे हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन एंकरेज में एक समारोह में शामिल होने वाले हैं. इस हमले में लगभग 3000 लोग मारे गए थे. जिनमें से 1,000 लोगों की आज तक पहचान नहीं हो पाई है.
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूयॉर्क शहर के अधिकारियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमलों की बरसी से दो दिन पहले ऐलान किया, कि इन आतंकवादी हमलों में मारे गए दो और लोगों के अवशेषों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. डीएनए टेस्ट से उनकी पहचान हो गई थी.
9/11 हमले में दो पाकिस्तानी थे संदिग्ध
11 सितंबर 2001 को 19 आतंकवादियों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में चार प्लेन को हाइजेक कर लिया था, जिनमें से दो प्लेन न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में हादसे का शिकार हो गए थे. एक प्लेन को वर्जीनिया में अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन में मार गिराया गया. जबकि यात्रियों और किडनेपर्स से भरा चौथा प्लेन अपनी मंज़िल तक पहुंचने से पहले ही पेंसिल्वेनिया में गिर गया. इस विमान को लेकर माना गया था, कि इसका निशाना अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी थी.
9/11 के हमले में कितने लोग मरे
न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले में करीब 2,600 लोग मारे गए थे, जबकि पेंटागन में 125 लोग मारे गए थे. इन घटनाओं में चारों जहाजों पर सवार 265 मुसाफिर और चालक दल के सदस्य भी मारे गए. इन हमलों में मारे गए लोग 93 अलग-अलग देशों से थे. 1941 में जापान के पर्ल हार्बर पर हुए हमले के बाद 9/11 को संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे खतरनाक हमला माना जाता है.
प्लेन हाइजेक करने में कितने लोग शामिल थे?
प्लेन को हाइजेक करने वाले 19 आतंकवादियों में से 15 सऊदी अरब के, दो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), एक लेबनान और एक मिस्र का था. तीन जहाजों में पांच किडनेपर्स सवार थे जबकि एक में चार किडनेपर्स सवार थे. इन किडनेपर्स की उम्र बहुत ही कम थी, ज्यादातर लोग 20 से 33 साल के थे.
हमले का मास्टरमाइंड कौन था?
हमले का मास्टरमाइंड खालिद शेख मुहम्मद ठहराया गया. जिसको 1 मार्च 2003 को सुबह के वक्त संयुक्त राज्य अमेरिका ने पाकिस्तान के रावलपिंडी में गिरफ्तार किया था. इन हमलों के लिए खालिद शेख मोहम्मद पर अदालती कार्यवाही चल रही है, लेकिन इसको लेकर अभी तक कोई भी फैसला नहीं आया है. खालिद शेख मुहम्मद के साथ साथ चार अन्य और लोग थे जिसमें अम्मार अल बलुशी, वलीद बिन अताश, रामजी बिन शीबा और मुस्तफा अहमद अल हसावी का नाम शामिल है.
हमले पर अमेरिका का एक्शन
11 सितंबर के हमलों के एक महीने के अंदर ही उस वक्त के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अल कायदा और ओसामा बिन लादेन को खत्म करने के लिए अफगानिस्तान पर हमला किया. इस अभियान में अमेरिका को दूसरे देशों ने भी मदद की थी. करीब दस साल बाद 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद घुसकर अमेरिकी सेना ने ओसामा बिन लादेन को मार दिया था.
भारतीय व्यापारियों ने खरीदा था ट्विन टावर का मलबा
हमले में मरने वाले लोग 57 अलग अलग देशों स थे. लगातार हमले के करीब 2 घंटे में पूरा ट्विन टावर मलबे में तब्दील हो गया था. इस हमले के बाद भारतीय व्यापारियों ने हजारों टन मलबा खरीदा था. जिसकी कीमत लगभग 23 करोड़ रुपये थी. इसमें से लोहे और स्टील को दोबारा से बनाया गया, जिसका इस्तेमालनए भवनों में को बनाने में किया गया था.