UN Report: दुनियाभर में 2023 में खाघ बेकार और बदतर होने कि वजह से लोगों को भूख का सामना करना पड़ा जिसमें कई बच्चों की भूख की वजह से मौत हो गई. गाजा और सूडान में लड़ाई होने के कारण कई सारे लोगों को भूखमरी का सामना करना पड़ा है. बुधवार को मिली जानकारी के अनुसार संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और विकास ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया. एफएसआईएन के सूचना नेटवर्क की संकट पर वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार, मौसम खराब होने और आर्थिक झटकों की वजह से खाद्य असुरक्षा का सामना करने वालों की संख्या में 2022 की तुलना में 24 करोड़ लोगों तक बढ़ गई है.
इस साल के लिए वैश्विक दृष्टिकोण को "धुंधला" कहा गया है. भुखमरी से मरने वाले लोगों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, ने अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के लिए तैयार की गई है. 2023 में बेकार खाद्य से पीड़ित लोगों की संख्या में बढ़ोतरी होने का लगातार पांचवा साल था - इसे तब बनाया गया था जब आबादी को खाने की कमी का सामना करना पड़ता है और जो लोगों के जीवन को खतरे में डाल रहा था.
पिछले साल की रिपोर्ट के अनुसार 12 देशों में भुखमरी का लोग शिकार हो रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन के आपातकालीन कार्यालय के फ्लेर वाउटरसे ने बताया कि "सूडान और गाजा पट्टी जैसे प्रमुख खाद्य होने वालों देशों में भी ये लोगों को भुखमरी का शिकार होना पड़ रहा है. भूखमरी के कारण हर साल लाखों लोग मर रहे है. जिस पर ध्यान देने की सख्त जरूरत है.
रिपोर्ट के अनुसार जिन देशों में लोग भूखमरी का शिकार हो रहे हैं. वहां या तो राजनीतिक अस्थिरता रही है और या तो कृषि उत्पादन में कमी के कारण थीं. वहीं कुछ जगह फसलों को चोरी किया गया है. जिसकी वजह से लोगों को सामना करना पड़ा है. बाढ़ या सूखा जैसी चरम जलवायु घटनाएं 18 देशों में 72 मिलियन लोगों के लिए खाद्य असुरक्षा का मुख्य कारण बनी है. First Updated : Thursday, 25 April 2024