पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सेना के कैंप पर हमला, 7 जवानों की मौत

बलूचिस्तान के अलगाववादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। एक सप्ताह के भीतर, बलूच लिबरेशन आर्मी ने बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा के रेलवे स्टेशन पर भीषण विस्फोट किया था। इस हमले में पाकिस्तानी सेना के 22 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हमला क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ाता है और सुरक्षा स्थिति को चुनौती देता है।

Lalit Sharma
Lalit Sharma

इंटरनेशनल न्यूज. पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र में एक बार फिर अलगाववादी बलूच विद्रोहियों ने सेना के कैंप पर हमला बोला है. शुक्रवार रात को बलूचिस्तान के कलात क्षेत्र में स्थित एक सैन्य शिविर पर हुए इस हमले में कम से कम 7 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए हैं. इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है, जिन्होंने एक बयान जारी कर इसकी जिम्मेदारी ली है. यह हमला एक सप्ताह के भीतर बलूच विद्रोहियों का दूसरा बड़ा हमला था।

हमले का विवरण

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हमला कलात के शाह-ए-मर्दान पोस्ट पर हुआ था। हमलावरों ने चारों दिशा से सैन्य शिविर पर हमला किया, जिससे पाकिस्तानी सैनिकों को बचाव का कोई मौका नहीं मिला. हमला शुक्रवार रात करीब 9:45 बजे शुरू हुआ था. रिपोर्टों में यह भी बताया गया है कि इस हमले में फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) के सात जवान मारे गए, जबकि 15 अन्य घायल हो गए. स्थानीय स्वतंत्र मीडिया के अनुसार, यह हमला बेहद तीव्र और अचानक था, जिससे सेना के पास स्थिति को संभालने का समय नहीं मिला.

क्वेटा रेलवे स्टेशन पर आत्मघाती हमला

यह हमला उस सप्ताह की घटना का दूसरा बड़ा हमला है, जब बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया. 9 अक्टूबर को बलूचिस्तान के क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती विस्फोट हुआ था. इस हमले में 25 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 40 से ज्यादा घायल हो गए थे. हमले की जिम्मेदारी भी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली थी. विस्फोट उस समय हुआ था जब जफर एक्सप्रेस को लेकर पाकिस्तानी सैनिक स्टेशन से रवाना हो रहे थे. बलूच लिबरेशन आर्मी के मजीद ब्रिगेड ने इस आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था.

विद्रोहियों के हमलों में वृद्धि

हाल के दिनों में बलूचिस्तान और पाकिस्तान के अन्य हिस्सों, जैसे कि खैबर पख्तूनख्वा, में पाकिस्तानी सेना और सुरक्षा बलों पर हमले बढ़ गए हैं. विशेष रूप से बलूच विद्रोहियों और पाकिस्तानी तालिबान ने पाकिस्तानी सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है. पिछले महीने भी बलूच विद्रोहियों ने एक बड़ा हमला किया था, जिसमें 60 से ज्यादा लोग मारे गए थे.

इन हमलों के बढ़ने से पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति गंभीर बनी हुई है, और बलूचिस्तान में उग्रवाद की समस्या अब भी लगातार बनी हुई है. यह घटनाएं पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती देती हैं और बलूचिस्तान में अलगाववाद की आग को और भड़काती हैं.

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16 November 2024, 06:38 PM IST

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