म्यांमार में भयंकर भूकंप से 1000 से अधिक लोगों की मौत, 10 हजार से अधिक हो सकती है मरने वालों की संख्या

म्यामांर में भूकंप से अब तक 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक अमेरिकी एजेंसी ने दावा किया है कि भूकंप में मरने वालों की संख्या 10000 से अधिक हो सकती है. इस बीच भारत ने म्यामांर को 15 टन की राहत सामग्री भेजी है, जिसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, रेडी-टू-ईट मील, वाटर प्यूरीफायर, हाइजीन किट, सोलर लैंप और जेनरेटर सेट जैसी जरूरी चीजें हैं. बता दें कि भूकंप के झटके भारत, चीन, बांग्लादेश में भी महसूस किए गए थे.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

म्यामांर, थाइलैंड 7.7 की तीव्रता से आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. कई गगनचुंबी इमारतें ध्वस्त हो गई हैं, जबकि लाखों लोग बेघर हो गए हैं. रेस्क्यू टीम लगातार बचाव अभियान में लगी हुई हैं. इस बीच म्यांमार के एक सैन्य नेता ने जानकारी दी है कि भूकंप में कम से कम 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं एक अमेरिकी एजेंसी ने चेतावनी दी है कि मरने वालों की संख्या 10,000 से अधिक हो सकती है. वहीं,म्यामांर, थाईलैंड के बाद अफगानिस्तान में शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई.

यहां भी लगे भूकंप के झटके

भूकंप इतना शक्तिशाली था कि 900 किलोमीटर दूर स्थित बैंकॉक में भी इसका प्रभाव महसूस किया गया, जिससे कई ऐतिहासिक इमारतें और पुल ढह गए. भारत के कुछ हिस्सों, जिनमें मेघालय और मणिपुर शामिल हैं, के साथ-साथ बांग्लादेश, विशेषकर ढाका और चटगांव, तथा चीन में भी तीव्र भूकंप महसूस किए गए.

इस बीच भारत ने म्यांमार को 15 टन की राहत सामग्री भेजी है, जिसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, रेडी-टू-ईट मील, वाटर प्यूरीफायर, हाइजीन किट, सोलर लैंप और जेनरेटर सेट जैसी जरूरी चीजें हैं.  भारतीय वायुसेना का एक C17 विमान शनिवार सुबह करीब 4 बजे गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन से म्यांमार के लिए रवाना हुआ.

क्या-क्या है राहत सामग्री में?

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में बताया कि विमान में टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, रेडी-टू-ईट मील, वाटर प्यूरीफायर, हाइजीन किट, सोलर लैंप और जेनरेटर सेट जैसी जरूरी चीजें हैं. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि आवश्यक दवाइयां और चिकित्सा उपकरण जैसे पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, कैनुला, सीरिंज, दस्ताने, सूती पट्टियां, मूत्र बैग आदि लेकर एक खोज एवं बचाव दल भी उड़ान के साथ जा रहा है.

भूकंप का केन्द्र म्यांमार के मध्य शहर मांडले में स्थित था, जो राजधानी नेपीता के उत्तर में है, जिससे थाईलैंड में भी शक्तिशाली झटके महसूस किए गए, जबकि बैंकॉक में एक निर्माणाधीन 30 मंजिला इमारत के ढह जाने से तीन लोगों की मौत हो गई.

म्यांमार, थाईलैंड में बचाव अभियान जारी

दोनों देशों में खोज एवं बचाव अभियान जारी है तथा बचावकर्मी मलबे में जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार के दो सबसे बड़े शहरों, मांडले और यांगून में बिजली और संचार लाइनें ठप हो गई हैं, जिससे बचावकर्मियों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं. थाईलैंड में एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत के ढहने के बाद करीब 100 लोग लापता हैं. बैंकॉक में कम से कम दो इमारतों को रात भर खाली कराया गया और शनिवार को भूकंप से हुए नुकसान के लिए स्वयंसेवक 2,000 और इमारतों का निरीक्षण करेंगे.

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29 March 2025, 09:08 AM IST

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