रूस के कजान में ड्रोन से 9/11 जैसा हमला किया गया है. राजधानी मॉस्को से करीब 700 किलोमीटर दूर कजान में एक ऊंची इमारत को निशाना बनाया गया है. इस हमले का एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें एक ड्रोन इमारत से टकराते हुए नजर आ रहा है. इस हमले का शक यूक्रेन पर है. दूसरी ओर यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई के लिए रूस भेजे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों ने यूक्रेनी ड्रोनों का पता लगाने के लिए और अधिक निगरानी चौकियां स्थापित की हैं.
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार कई विस्फोटकों से भरे ड्रोन ने कजान की हाईराइज इमारतों को टारगेट किया. इसके बाद उन इमारतों में भीषण आग लग गई. अधिकारियों के अनुसार यह घटना शनिवार सुबह हुई, जिसमें कज़ान शहर में तीन कामिकेज़ ड्रोनों ने कई आवासीय ऊंची इमारतों पर हमला किया. कई मीडिया समूहों ने इस हमले का प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा शूट किए गए वीडियो क्लिप शेयर किए हैं, जो हमले के क्षण और उसके परिणामों की भयावहता को दर्शा रहे हैं.
प्रभावितों को इमारत से निकाला जा रहा
अभी तक इस घटना में किसी की मौत होने की सूचना नहीं है. लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने कहा है कि घटना स्थल पर आपातकालीन सेवाएं भेज दी गई हैं. हमले वाली इमारतों से लोगों को निकाला जा रहा है.
इससे पहले रूसी रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा था कि उसके हवाई सुरक्षा बलों ने तातारस्तान गणराज्य की राजधानी कजान शहर के ऊपर एक यूक्रेनी मानवरहित हवाई वाहन को मार गिराया है.
यूक्रेन से करीब 1400 किलोमीटर दूर है कजान शहर
रूस के जिस कजान शहर पर यूक्रेन ने ड्रोनों से हमला किया है, वह कीव से करीब 1400 किलोमीटर की दूरी पर है. बता दें कि फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस के सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद से कीव के ड्रोन को मॉस्को और अन्य रूसी क्षेत्रों में हवा में ही हमले से रोका गया है. इनमें से केवल कुछ यूएवी ही अपने लक्ष्य तक पहुंच पाए हैं. हाल ही में रूस के सीनियर परमाणु चीफ की भी एक बम ब्लास्ट में हत्या कर दी गई थी. यूक्रेन ने इस हत्या का जिम्मा लिया था.
कजान में ही हुआ था 2024 का BRICS Summit
कजान शहर पर हुए इस हमले की इसलिए भी पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है, क्योंकि इसी साल 2024 में रूस के इस शहर में ब्रिक्स सम्मलेन हुआ था. इस बार कजान में हुए 16वें ब्रिक्स सम्मेलन में पहली बार संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, मिस्र और इथियोपिया को सदस्य के रूप में शामिल किया गया था. इस हमले को अमेरिका में हुए 9/11 (वर्ल्ड ट्रेड सेंटर) हमले की तरह ही बताया जा रहा है. First Updated : Saturday, 21 December 2024