15 साल की उम्र में वेपिंग का शिकार हुई किशोरी, फट गया फेफड़ा
वेपिंग में पाए जाने वाले सीसा और यूरेनियम जैसे विषैले रसायनों की वजह से किशोरों के मस्तिष्क का विकास भी अवरुद्ध कर देता है. साथ ही फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने के अलावा में मदद करता है.
ब्रिटेन की एक 17 वर्षीय लड़की को अस्पताल ले जाया गया, क्योंकि उसके फेफड़े में छेद हो गया था. क्योंकि वह एक सप्ताह में 400 सिगरेट के बराबर धूम्रपान किया करती थी. मिली रिपोर्ट के अनुसार यह घटना बीते 11 मई की है. जब काइला ब्लीथ नामक किशोरी एक दोस्त के घर पर सोने के दरमियान बेहोश हो गई थी. इसके अलावा उसका फेस नीला हो गया था.
बताया जा रहा है कि अत्यधिक वेपिंग की वजह से उसके फेफड़े में एक छोटा सा एयर ब्लिस्टर फट गया था. जिसे पल्मोनरी ब्लैब के नाम से जाना जाता है. इसके बाद सुश्री ब्लाइथ के फेफड़े को लगभग साढ़े पांच घंटे की तक की सर्जरी से गुजरना पड़ा.
पिता मार्क ब्लीथ ने सुनाया सारा किस्सा
सुश्री ब्लाइथ के पिता मार्क ब्लीथ का कहना है कि यह मेरे लिए बहुत भयानक पल था. मैं उस समय एक बच्चे की तरह रोया, यह देखना भयानक था. मैं पूरे समय उसके साथ उपस्थित रहा, यह जीवन के लिए एक खतरा था. इससे मेरी बेटी के जान को खतरा था क्योंकि उसे दिल का दौरा पड़ने वाला था. उसका फेस नीला पड़ गया था, लगा जैसे वह वह मर चुकी है.
मेरे लिए लोकप्रिय चीज बन गई थी- सुश्री ब्लाइथ
सुश्री ब्लाइथ ने कहा कि जब मैं 15 साल की थी, तब यह एक लोकप्रिय चीज बन गई थी. मेरे सारे दोस्त इसका इस्तेमाल करते थे. मुझे लगा कि यह नुकसान दायक नहीं है. मगर हर दिन मैं 4,000-पफ तक इसका इस्तेमाल किया करती थी. साथ ही मैं उन्हें लगभग एक हफ़्ते में खत्म कर देती थी. मुझे ईमानदारी से लगा कि इससे कोई खतरा नहीं है.
सुश्री ब्लाइथ आगे कहती हैं कि अब मैं उन्हें छू नहीं पाऊंगी, मैं उनके पास नहीं जाऊंगी. इस स्थिति ने मुझे उससे दूर कर दिया है. मैं डर गई थी, हम वहां यह सोचकर गए थे कि हम वहां केवल कुछ घंटों के लिए ही रहेंगे, मगर सर्जरी और इस तरह की अन्य परेशानियों की वजह से हमें वहां दो सप्ताह तक रहना पड़ा. मेरे पिता ने अन्य युवाओं को भी चेतावनी दी है कि वे वेप्स को फेंक दें.