Israel’s international spokesperson: तेल अवीव के रहने वाले 9 साल के बेन करासो को “इजराइल के स्पोक्सकिड” के नाम से जाना जा रहा है. वो सोशल मीडिया पर युद्ध के दौरान अपने अनुभव साझा कर रहे हैं.
करासो का कहना है कि ज्यादातर बच्चे राजनीति नहीं समझते, लेकिन वे समझ सकते हैं कि जन्मदिन पर दोस्तों के बिना कैसा लगता है या रॉकेट हमले के दौरान सुरक्षित कमरे में कैसे भागना होता है. यही मैं उनसे साझा करने की कोशिश करता हूं.
करासो ने प्रवक्ता की भूमिका 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद अपने ऊपर ली, जब गाजा के आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए और 251 को बंधक बना लिया गया.
अपनी मां के साथ यूरोप में यात्रा के दौरान, उन्होंने बच्चों और बड़ों को इजराइल में बच्चों के जीवन की कठिनाइयों के बारे में बताया. इसके बाद उन्होंने यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाना शुरू किया.
दिसंबर में करासो का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने हार्वर्ड, एमआईटी और पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के प्रमुखों की आलोचना की, जिन्होंने यह स्वीकारने से इनकार किया कि यहूदियों के नरसंहार का आह्वान उत्पीड़न के नियमों का उल्लंघन करता है.
उन्होंने कहा कि स्कूल में अगर कोई बच्चे को धमकाने की सोचता है, तो उसे तुरंत प्रिंसिपल के पास भेजा जाता है. यही यूनिवर्सिटी के प्रमुखों को करना चाहिए.
लंदन यात्रा में 1,000 बच्चों से मुलाकात
करासो ने हाल ही में लंदन की यात्रा के दौरान पांच स्कूलों में बात की और 1,000 से अधिक यहूदी और गैर-यहूदी बच्चों से मुलाकात की. उन्होंने इजराइल की वास्तविकता के बारे में अपनी भावनाएं साझा की.
करासो ने युद्ध के व्यक्तिगत प्रभाव भी झेले हैं. उनके दोस्त के पिता को नोवा म्यूजिक फेस्टिवल में मार दिया गया, जबकि एक अन्य दोस्त का रिश्तेदार अभी भी गाजा में बंधक है.
अपने हालिया वीडियो में, करासो ने एक सवाल पूछा जो हर किसी को झकझोर गया. उन्होंने कहा कि क्या कोई मुझे समझा सकता है कि इसका मतलब क्या है? बस यही मैं पूछ रहा हूं. क्यों?
First Updated : Wednesday, 25 December 2024