इजरायल और हमास में युद्ध जारी है लेकिन ये युद्ध सबसे हमास के आतंकियों ने शुरू की. पिछले साल अक्टूबर में इजरायल पर हमला किया जिसमें कई बेकसूर लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद इजरायल ने पलटवार किया और हमास के ठिकाने जो गाजा में स्थित थे उनको तबाह कर दिया. इस हमले भी हजारों बेकसूर बच्चे और महिलाओं की जान गई. इस बीच गाजा सिविल डिफेंस के कार्यकर्ताओं ने सर्च ऑपरेशन में एक हैरान कर देना वाला खुलासा किया है.
अधिकारियों ने कहा कि खान यूनिस के मुख्य अस्पताल की साइट पर इजरायली सैनिकों द्वारा छोड़ी गई सामूहिक कब्रें थीं. वहीं से सोमवार को और शव बरामद किए गए हैं. सर्च ऑपरेशन में मिले कुल शवों की संख्या अब 283 हो गई है.
दरअसल, कुछ महीने से इजराइल के सैनिक गाजा के कई हिस्सों पर हमला नहीं कर रहे हैं ऐसे में वहां सर्च मिशन चल रहा है. इस सर्च मिशन में गाजा शहर खान यूनिस के एक अस्पताल में लगभग 300 शवों वाली एक सामूहिक कब्र का पता चला है.
आपातकालीन सेवाओं ने कहा कि पिछले दिन घटनास्थल पर 73 और शव मिले हैं. इस मामले में इज़राइल का कहना है कि उसे अस्पतालों के अंदर लड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि हमास के लड़ाके वहां काम कर रहे थे, हालांकि डॉक्टर और हमास इससे इनकार कर रहे थे. गाजा अधिकारियों का कहना है कि अब तक बरामद शव कम से कम तीन सामूहिक कब्रों में से एक से हैं जो उन्हें साइट पर मिली हैं.
हमास द्वारा संचालित सरकारी मीडिया कार्यालय के निदेशक इस्माइल अल-थवाबता ने रॉयटर्स को बताया, "हमें उम्मीद है कि आने वाले दो दिनों में हम दो अन्य कब्रिस्तानों में काम शुरू करने से पहले उसी सामूहिक कब्र पर 200 और शव ढूंढेंगे.
हमास सरकारी मीडिया कार्यालय के निदेशक इस्माइल अल-थवाबता ने इजरायल पर अस्पताल में "फांसी" देने और शवों को बुलडोजर से दफनाकर अपराधों को छुपाने का आरोप लगाया है, लेकिन इजरायल ने सज़ा देने की बात से दृढ़ता से इनकार किया है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि 7 अक्टूबर से गाजा पर इजरायल के सैन्य हमले में कम से कम 34,151 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 77,084 घायल हुए हैं. मंत्रालय लड़ाकों और नागरिकों के बीच अंतर नहीं करता है, हालांकि उसने कहा है कि मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं. First Updated : Tuesday, 23 April 2024