न मंहगाई-न रोजगार, इस देश में वर्क फ्रॉम होम के मुद्दे पर लड़ा जा रहा राष्ट्रीय चुनाव
ऑस्ट्रेलिया में होने वाले राष्ट्रीय चुनावों में वर्क फ्रॉम होम प्रमुख मुद्दा बनकर उभरा है. लेबर पार्टी इस पद्धति को बनाए रखने का समर्थन कर रही है, जबकि लिबरल पार्टी ने इसे समाप्त करने का प्रस्ताव रखा है. इससे चुनाव बेहद दिलचस्प बन गया है, जिसके परिणामस्वरूप कर्मचारियों में असंतोष और विरोध देखने को मिल रहा है.

ऑस्ट्रेलिया में मई में होने वाले चुनावों को लेकर देश की प्रमुख पार्टियां अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं. हालांकि, इन चुनावों में मूल मुद्दों पर बहस कम हो रही है और यह वर्क फ्रॉम होम के मुद्दे पर लड़ा जा रहा है. लिबरल पार्टी और लेबर पार्टी इस मुद्दे पर बिल्कुल अलग-अलग रुख अपना रही हैं, जिससे चुनाव और भी दिलचस्प हो गया है. लिबरल पार्टी का प्रस्ताव है कि सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति नहीं दी जाए, जबकि लेबर पार्टी इसके विपरीत इसे बनाए रखने के पक्ष में है.
जीवन यापन बहुत महंगा
लेबर पार्टी का कहना है कि महंगाई के कारण आजकल जीवन यापन बहुत महंगा हो गया है. यदि कर्मचारी घर से काम करते हैं तो उनके यात्रा, खाना-पीना और अन्य खर्चों में कमी आएगी, जिससे उनका पैसा बचेगा. लेबर पार्टी की प्रमुख कार्यकारी मिशेल ओ’नील ने यह भी कहा कि अगर लाखों कर्मचारी ऑफिस जाने लगेंगे तो ट्रैफिक बढ़ेगा और इससे कर्मचारियों को अपने परिवार और बच्चों के साथ कम समय बिताने का मौका मिलेगा. इसके अलावा, ऑस्ट्रेलियाई ट्रेड यूनियन परिषद ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है कि ट्रैफिक में भीड़ बढ़ने से कर्मचारियों पर और भी दबाव पड़ेगा.
असाधारण परिस्थितियों में फ्रॉम होम की सुविधा उपलब्ध
दूसरी ओर, लिबरल पार्टी का कहना है कि अगर वे चुनाव में जीतते हैं तो वे वर्क फ्रॉम होम को पूरी तरह समाप्त कर देंगे. केवल असाधारण परिस्थितियों में ही यह सुविधा उपलब्ध रहेगी. इस प्रस्ताव के बाद कई कर्मचारियों में असंतोष देखा जा रहा है, जबकि लेबर पार्टी इसे अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश कर रही है.
इस मुद्दे पर जनता भी बंटी हुई नजर आ रही है. यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले चुनाव में जनता का रुख किस दिशा में होता है.