जस्टिन ट्रूडो के जहन में रह गया एक मलाल, इस्तीफा देते वक्त बताया किस बात का हमेशा रहेगा अफसोस
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया. इस दौरान उन्होंने दर्शकों के सामने अपनी गलतियों, उपलब्धियों और एक अफसोस के बारे में बात की. ट्रूडो ने बताया कि उन्हें एक बात का अफसोस रहेगा जो शायद आने वाले चुनाव तक उनके दिमाग में रहेगा.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को कहा कि वह जब पार्टी किसी दूसरे नेता को चुन लेगी तो वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. ट्रूडो की घोषणा से कुछ घंटे पहले ही यह निर्णय संभावित बताया जा रहा था, लेकिन इस निर्णय के साथ ही उन्होंने एक भाषण भी दिया जिसमें उन्होंने अपनी सरकार के उतार-चढ़ाव को स्वीकार किया और उन पर विचार किया.
इस दौरान उन्होंने दर्शकों के सामने अपनी गलतियों, उपलब्धियों और एक अफसोस के बारे में बात की. ट्रूडो ने बताया कि उन्हें एक बात का अफसोस रहेगा जो शायद आने वाले चुनाव तक उनके दिमाग में रहेगा.
जस्टिन ट्रूडो को किस बात अफसोस?
जस्टिन ट्रूडो ने कहा, "अगर मुझे किसी एक बात का अफसोस है, तो वह यह है कि मैं चाहता हूं कि हम अपनी सरकार को चुनने के तरीके को बदल सकें. ताकि लोग आसानी से दूसरा या तीसरा विकल्प चुन सकें." उनका यह अफसोस इस साल होने वाले आम चुनावों के दौरान उनके दिमाग में रहेगा.
आंतरिक कलह और चुनावी चुनौती
ट्रूडो ने यह भी माना कि उनकी पार्टी और उनके नेतृत्व के सामने बहुत बड़ी चुनौतियां हैं, क्योंकि कनाडा में इस साल चुनाव होने वाले हैं. वह जानते थे कि पार्टी में चल रहे आंतरिक विवादों के कारण वह अगले चुनाव में सबसे बेहतर विकल्प नहीं हो सकते. एपी के अनुसार ट्रूडो कहा, "मैं किसी लड़ाई से आसानी से पीछे नहीं हटता, खासकर तब जब यह हमारी पार्टी और देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो. लेकिन मैं यह काम इसलिए करता हूं क्योंकि कनाडा वासियों के हित और लोकतंत्र की भलाई मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है."
ट्रूडो का पीछे हटने का कारण
2015 में जब ट्रूडो ने लिबरल पार्टी को पहली बार जीत दिलाई, तो वह एक प्रगतिशील नेता के तौर पर सामने आए थे. लेकिन बढ़ती महंगाई, अपनी पार्टी के भीतर असंतोष और आलोचनाओं के कारण उन्होंने चुनावी चुनौती से पहले इस्तीफा देने का निर्णय लिया. ट्रूडो के इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी में नए नेता की तलाश तेज हो गई है. बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी और विदेश मंत्री मीनी जोली जैसे संभावित दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं. हालांकि अभी तक इन नामों की पुष्टि नहीं हुई है.