जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफा देते ही ट्रंप ने कर दिया खेला, कनाडा का अमेरिका में 'विलय' पर शुरू हुई चर्चा
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने करीब एक दशक के कार्यकाल के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफा के बाद अब पार्टी में नए पीएम चेहरे को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मौके पर चौका मारने वाला बयान दिया है. ट्रंप ने फिर अपनी पुरानी बात दोहराई है कि कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बन जाना चाहिए.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. करीब 9 साल तक कनाडा की बागडोर संभालने वाले ट्रूडो को पार्टी में बढ़ते असंतोष और घटती लोकप्रियता के कारण पद छोड़ना पड़ा. इस इस्तीफे ने कनाडा में अगली सरकार की तैयारी को तेज कर दिया है. इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा को बड़ा ऑफर दिया है. ट्रंप का ये ऑफर जस्टिन ट्रूडो के इस्तिफे के कुछ घंटे बाद ही सामने आया है.
दरअसल, जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मौके पर चौका मारते हुए एक बार फिर कनाडा और अमेरिका के विलय का प्रस्ताव दोहराया है. ट्रंप ने कहा कि अब समय आ गया है कि कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बन जाना चाहिए.
ट्रंप ने मौके पर मारा चौका
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, "अगर कनाडा का अमेरिका में विलय हो जाता है, तो टैरिफ खत्म हो जाएंगे, टैक्स बहुत कम हो जाएगा, और रूस और चीन से मिल रहे खतरों से पूरी सुरक्षा मिलेगी. मिलकर, हम एक महान राष्ट्र बनेंगे!" ट्रंप का यह बयान ट्रूडो के इस्तीफे के तुरंत बाद आया, जिससे यह मुद्दा फिर से सुर्खियों में आ गया है.
जस्टिन ट्रूडो की पार्टी में बढ़ा असंतोष
जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व को लेकर उनकी पार्टी लिबरल पार्टी के भीतर असंतोष काफी समय से बढ़ रहा था. पिछले साल वित्त मंत्री के अचानक इस्तीफे ने इस आंतरिक कलह को और उजागर कर दिया. पार्टी ने ट्रूडो पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया, यहां तक कि चेतावनी दी कि अगर उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया तो उन्हें पद से हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
अगला प्रधानमंत्री कौन?
जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी अब एक अंतरिम नेता की तलाश में है. साथ ही, पार्टी नेतृत्व के लिए एक विशेष सम्मेलन आयोजित करेगी. यह प्रक्रिया लंबी हो सकती है, और यदि इससे पहले चुनाव होते हैं, तो पार्टी को एक ऐसे प्रधानमंत्री के अधीन काम करना होगा, जिसे पार्टी के सदस्य नहीं चुनेंगे.
कनाडा में क्या बदलेगा?
आपको बता दें कि ट्रूडो के इस्तीफे से कनाडा में इस साल चुनाव की संभावना बढ़ गई है. नए नेता के चयन तक पार्टी के लिए एकजुटता बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होगा. ट्रंप के बयान ने एक बार फिर अमेरिका और कनाडा के रिश्तों को चर्चा में ला दिया है. डोनाल्ड ट्रंप का बयान भले ही एक राजनीतिक दांव हो, लेकिन यह कनाडा के लिए एक नए राजनीतिक अध्याय की शुरुआत का संकेत भी देता है. अब देखना होगा कि लिबरल पार्टी का नया नेता कौन होगा और वह कनाडा की जनता का भरोसा जीतने में कितना सफल रहता है.
9 साल का कार्यकाल
जस्टिन ट्रूडो ने 2015 में कनाडा के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था. उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई विवादित फैसले लिए, जिनमें से कुछ भारत विरोधी नीतियों के लिए भी चर्चित रहे. हालांकि, उनकी छवि एक प्रगतिशील और उदारवादी नेता की रही.