इजराइल-हमास के बीच समझौता, हिंडनबर्ग का खेल खत्म...व्हाइट हाउस में एंट्री से पहले ही ट्रंप का दिखने लगा असर

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के व्हाइट हाउस पहुंचने से पहले ही उनकी ताकत का असर दिखने लगा है. एक ही दिन मे दो ऐसी खबरें आई हैं. पिछले 15 महीनों से इजराइल और हमास के बीच चले आ रहे संघर्ष को लेकर सहमति बन गई है. इसके अलावा हिंडनबर्ग रिसर्च बंद हो गई है.

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अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं. व्हाइट हाउस में एंट्री से पहले ही उनकी धमक दिखने लगी है. इसके दो एग्जाम्पल एक ही दिन में देखने को मिले हैं. एक ओर जहां करीब 15 महीनों के लंबे संघर्ष के बदा इजराइल और हमाज के बीच युद्ध विराम पर सहमति बन गई है, तो वहीं दूसरी ओर दुनियाभर की दिग्गज कंपनियो को निशाना बनाने वाली शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने भी बोरिया बिस्टर समेट लिया है. 

इजरायल-हमास में सीजफायर पर सहमति

लंबे समय से चल रहे इजराइल हमास युद्ध में नया मोड़ आया है और आखिरकार दोनों के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई है. ये सीजफायर फिर से अमेरिकी राष्ट्रपति बनने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले देखने को मिला है. इस पर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी बड़ा बयान देते हुए कहा है कि मिडिल ईस्ट में बंधकों की रिहाई पर डील हो गई है और वे जल्द रिहा होंगे. उन्होंने ये भी कहा है कि ये युद्ध विराम समझौता नवंबर में हमारी ऐतिहासिक जीत के परिणामस्वरूप ही हो सका, क्योंकि इसने पूरी दुनिया को संकेत दिया कि मेरा प्रशासन शांति की तलाश करेगा.

Hindenburg की शॉर्ट सेलिंग बंद 

हिंडनबर्ग का नाम विदेशों में ही नहीं बल्कि भारत में भी साल 2023 से ही खूब चर्चा में रहा है. पहले गौतम अडानी के नेतृत्व वाले Adani Group को लेकर जारी की गई रिसर्च रिपोर्ट हो, या फिर बीते साल इंडियन मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) की चीफ माधबी पुरी बुच पर लगाए गए आरोप हों, ये विपक्ष के प्रमुख मुद्दों में भी शामिल रहे हैं और इनके जरिए सरकार को लगातार कटघरे में खड़ा किया जाता रहा है. इस शॉर्ट सेलर फर्म ने अमेरिका की भी कई दिग्गज कंपनियों को बड़ा झटका देने का काम किया और उसका शिकार बनी कंपनियों में Roblox, Nikola Corporation, Clover Health, DraftKings, Block शामिल हैं. 

लेकिन, अमेरिकी सत्ता में बदलाव से पहले ही यहां भी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ताकत की झलक देखने को मिली है और नाथन एंडरसन के नेतृत्व वाली हिंडनबर्ग ने शॉर्ट सेलिंग बंद करने का ऐलान किया है. साल 2017 में शुरू हुई इस शॉर्ट सेलर कंपनी के शट डाउन की खबर से अडानी ग्रुप को भी बड़ी राहत मिली है और इसका असर गुरुवार को शेयर मार्केट में कारोबार के दौरान Adani Stocks पर भी तेजी के रूप में देखने को मिला है. 

अडानी ने ऐसे दी थी ट्रंप की जीत पर बधाई 

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में जोरदार जीत हासिल करने पर अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने भी डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी थी और सोशल मीडिया पोस्ट में बड़ी बात लिखी थी. उन्होंने ट्विटर (अब X) पर एक पोस्ट में लिखा था, 'अगर दुनिया में कोई एक व्यक्ति है जो अटूट दृढ़ता, अदम्य साहस, निरंतर दृढ़ संकल्प और अपने विश्वासों के प्रति टिके रहने के साहस का प्रतीक है, तो वह डोनाल्ड ट्रंप हैं.'

एंडरसन ने पोस्ट में बताई बंद करने की वजह 

हिंडनबर्ग के फाउंडर नाथन एंडरसन ने अपनी पोस्ट में लिखा, 'जैसा कि मैंने पिछले साल के अंत से ही अपने परिवार, दोस्तों और अपनी टीम के साथ शेयर किया था, मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का निर्णय लिया है. प्लानिंग ये थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उनके पूरे होते ही इसे बंद कर दिया जाएगा. मैं यह सब खुशी से लिख रहा हूं,  इसे बनाना मेरे जीवन का सपना रहा है और यह कोई आसान ऑप्शन नहीं था.' उन्होंने आगे लिखा कि मैं अपने परिवार के साथ समय बिताने, अपने शौक पूरे करने और सफर करने के लिए उत्सुक हूं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसे बंद करने के पीछे कोई खास बात नहीं है, न ही कोई खतरा है और किसी तरह की कोई स्वास्थ्य समस्या भी नहीं है. First Updated : Thursday, 16 January 2025