पाकिस्तान में फिर बजी खतरे की घंटी! सेना के खिलाफ टीटीपी ने किया जिहाद का ऐलान, क्या मुल्ला मुनीर तैयार हैं?
पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रमुख नूर वली महसूद ने पाकिस्तान सेना के खिलाफ जिहाद का ऐलान किया है, जिससे देश में सुरक्षा स्थिति और बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है. टीटीपी ने ऑपरेशन अल-खांदक शुरू किया है और सेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

पाकिस्तान में आतंकवाद और सेना के बीच संघर्ष एक नई दिशा में मोड़ ले सकता है. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के प्रमुख नूर वली महसूद ने पाकिस्तान सेना के खिलाफ जिहाद का ऐलान किया है, जिससे देश में सुरक्षा स्थिति और बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है. इस घोषणा के बाद से, टीटीपी के लिए एक नई आक्रामक रणनीति की शुरुआत हो सकती है, जिसका मकसद पाकिस्तान सेना के खिलाफ आतंकवादियों के हमलों को तेज करना है.
टीटीपी के मुखिया ने ऑपरेशन अल-खांदक की शुरुआत की घोषणा करते हुए पाकिस्तान के लोगों से सेना के खिलाफ जिहाद में शामिल होने का आह्वान किया है. उनके इस वीडियो बयान के बाद आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान के अफगानिस्तान से सटे इलाकों में पाकिस्तानी सेना को और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
सेना के खिलाफ जिहाद का ऐलान क्यों?
नूर वली महसूद ने अपनी वीडियो में पाकिस्तानी सेना पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सेना ने बलूच और पश्तून समुदायों को निशाना बनाया है और उनके प्राकृतिक संसाधनों का शोषण किया है. इसके अलावा, उन्होंने मस्जिद हक्कानिया पर बमबारी और धार्मिक विद्वानों की हत्या के लिए भी पाकिस्तानी सेना को ही जिम्मेदार ठहराया.
पाकिस्तान में बड़े हमले के संकेत?
नूर वली महसूद की वीडियो को पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी की तरह देखा जा रहा है. आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान में टीटीपी के हमले और बढ़ सकते हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां अफगानिस्तान से लगती सीमा के पास टीटीपी का प्रभाव है. पाकिस्तान सेना को इन इलाकों में और ज्यादा सैन्य कार्रवाई करने की आवश्यकता महसूस हो सकती है.
पाकिस्तानी सेना का जवाब
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने हाल ही में पाकिस्तान के टॉप नेताओं के साथ एक बैठक की थी. जिसके बाद सेना ने सीमा पार स्थित आतंकवादी ठिकानों पर हमले का प्लान बनाया. इससे साफ हो गया कि पाकिस्तानी सेना अब अफगानिस्तान के अंदर स्थित टीटीपी और अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ अधिक आक्रामक हो सकती है. ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान आगामी दिनों में अफगानिस्तान पर ज्यादा हवाई और जमीनी हमले कर सकता है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और भी खराब हो सकते हैं.
इस जिहाद के ऐलान से पाकिस्तान में आंतरिक सुरक्षा को लेकर नई चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं. वहीं, अफगानिस्तान पर काबिज तालिबान से पाकिस्तान के संबंधों में भी खटास बढ़ सकती है. ऐसे में पाकिस्तान को अपनी आंतरिक सुरक्षा और सीमा सुरक्षा को लेकर कड़ी रणनीति अपनानी पड़ेगी.