US Airstrike: इजरायल और हमास युद्ध के बीच अमेरिका ने सीरिया में एयरस्ट्राइक की है. अमेरिका ने अपने सैनिकों पर हुए हमले के जवाब में ईरान समर्थित कई ठिकानों को निशाना बनाया है. अमेरिकी रक्षा विभाग ने इसकी पुष्टि की है. अमेरिका ने ये हमले ईरान से जुड़े दो संस्थानों पर किए हैं. इसके अलावा इराक में भी बम गिराए है. पेंटागन ने कहा कि ये हमले अमेरिकी ठिकानों और कर्मियों पर हुए मिसाइल और हमलों का जवाब है. बता दें कि बीते सप्ताह सीरिया और इराक में अमेरिकी सैनिकों पर हमले हुए थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका ने सीरिया में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स से जुड़े दो स्थानों पर निशाना बनाया है. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने सीरिया में एयर स्ट्राइक की पुष्टि की है. पेंटागन ने कहा कि ये हमले अमेरिकी ठिकानों और कर्मियों के खिलाफ हाल ही में किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों का जवाब है. पिछले सप्ताह सीरिया और इराक में अमेरिकी सैनिकों पर हमले हुए थे. इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने इन हमलों का बदला लेने की बात कही थी.
इराक और सीरिया में पिछले सप्ताह अमेरिका के सैनिकों और कर्मियों पर हमले किए गए थे. पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक राइडर के अनुसार, 17 अक्टूबर के बाद इराक में अमेरिकी ठिकानों और सैनिकों पर कम से कम 12 और सीरिया में चार बार हमले हुए हैं. पैट राइडर ने कहा कि इन हमलों में 21 अमेरिकी कर्मी घायल हुए थे. पेंटागन ने कहा कि इराक में अल-असद एयरबेस और सीरिया में अल-तनफ गैरीसन को निशाना बनाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था.
अमेरिक के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने एक बयान में कहा, "अमेरिका संघर्ष नहीं चाहता है और आगे की दुश्मनी में शामिल होने का उसका कोई इरादा या इच्छा नहीं है. लेकिन अमेरिकी सेना के खिलाफ ये ईरान की मदद से होने वाले हमलों को स्वीकार नहीं किया जाएगा और इन्हें हर हाल में रोक कर रहेंगे." उन्होंने कहा कि ईरान इन हमलों में खुद के शामिल होने की बात को छिपाना चाहता है और अमेरिकी सेना के खिलाफ इन हमलों में अपनी भूमिका से इनकार करना चाहता है. लेकिन अमेरिका, ईरान को ऐसा नहीं करने देगा. लॉयड ऑस्टिन ने कहा, "सीरिया पर हमले आत्मरक्षा के तौर पर थे और इजरायल-हमास युद्ध से इनका कोई संबंध नहीं हैं." First Updated : Friday, 27 October 2023