अमेरिका के खुफिया ठिकानों का सनसनीखेज खुलासा...दुनिया भर में फैला CIA का खुफिया नेटवर्क, भारत के दो बड़े शहर भी लिस्ट में!
क्या आपके शहर में भी CIA के सीक्रेट अड्डे हो सकते हैं? हाल ही में जारी दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि अमेरिका ने दुनिया भर में अपने खुफिया ठिकाने बना रखे थे जिनमें भारत के नई दिल्ली और कोलकाता का नाम भी शामिल है. इन सीक्रेट ठिकानों में आखिर क्या होता था? क्या ये सिर्फ जासूसी केंद्र थे या कुछ और बड़ा प्लान चल रहा था? पूरी दुनिया में फैले इन सीक्रेट बेस का पूरा सच जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

CIA Secret: क्या आपके शहर में भी अमेरिकी खुफिया एजेंट मौजूद हैं? यह सवाल हाल ही में सामने आए उन दस्तावेजों के बाद उठ रहा है जिनमें दुनिया भर में CIA के गुप्त ठिकानों का खुलासा हुआ है. खास बात यह है कि इस लिस्ट में भारत के दो बड़े शहर नई दिल्ली और कोलकाता भी शामिल हैं.
JFK हत्या से जुड़े दस्तावेजों का बड़ा खुलासा
अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA (सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी) के सीक्रेट ऑपरेशन्स हमेशा चर्चा का विषय रहे हैं लेकिन हाल ही में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी की हत्या से जुड़े 80,000 से अधिक दस्तावेज सार्वजनिक किए गए जिससे CIA की एक बड़ी सच्चाई सामने आई. इन दस्तावेजों के अनुसार, CIA ने पूरी दुनिया में अपने गुप्त ठिकाने बनाए थे, जिनका इस्तेमाल जासूसी और अन्य रणनीतिक कार्यों के लिए किया जाता था.
भारत के कौन-कौन से शहर लिस्ट में?
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नई दिल्ली और कोलकाता भी इस लिस्ट में शामिल हैं. रूसी मीडिया आउटलेट RT के मुताबिक, CIA के ये ठिकाने एक दस्तावेज में 'फील्ड डिस्ट्रीब्यूशन' नाम से दर्ज किए गए हैं. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इन शहरों में CIA की गतिविधियां किस स्तर तक फैली हुई थीं, लेकिन यह पहली बार है जब भारत में CIA की मौजूदगी पर इतना बड़ा खुलासा हुआ है.
CIA 'secret bases' worldwide exposed by JFK Files
— RT (@RT_com) March 19, 2025
Is your city on the list? pic.twitter.com/Gh37fstX8C
दुनिया के बड़े शहर जहां CIA के ठिकाने थे
यह रिपोर्ट बताती है कि अमेरिका ने यूरोप, एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के कई शहरों में अपने एजेंटों को तैनात किया था. इनमें शामिल प्रमुख शहर हैं:
- अफ्रीका में: जोहान्सबर्ग, लागोस, नैरोबी, प्रिटोरिया, रबत
- यूरोप में: लंदन, बर्लिन, पेरिस, मिलान, मैड्रिड, वियना, ब्रुसेल्स, हेलसिंकी, जेनेवा, स्टॉकहोम, ओस्लो, रोम आदि.
- एशिया में: बैंकॉक, जकार्ता, हांगकांग, होनोलूलू, कुआलालंपुर, मनीला, रंगून, साइगॉन, टोक्यो, सिंगापुर और सियोल.
- लैटिन अमेरिका में: बोगोटा, ब्रासीलिया, ब्यूनस आयर्स, कराकास, ग्वाटेमाला सिटी, मेक्सिको सिटी, पनामा सिटी, सैन जोस, सैंटियागो आदि.
CIA का मकसद सिर्फ जासूसी या कुछ और?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि CIA के ये ठिकाने सिर्फ जासूसी के लिए थे या फिर अमेरिका इनका इस्तेमाल वैश्विक राजनीति को प्रभावित करने और गुप्त अभियानों को अंजाम देने के लिए कर रहा था? अमेरिका लंबे समय से दूसरे देशों में सत्ता परिवर्तन और राजनीतिक गतिविधियों में हस्तक्षेप करता रहा है, ऐसे में यह सवाल लाजमी है कि इन ठिकानों का असली मकसद क्या था.
क्या भारत में अब भी CIA सक्रिय है?
इस खुलासे ने भारत सहित कई देशों की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. हालांकि, वर्तमान समय में CIA की गतिविधियों को लेकर कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं, लेकिन यह खुलासा यह साबित करता है कि अमेरिका लंबे समय से भारत सहित दुनिया के कई देशों में अपनी गतिविधियों को अंजाम देता आ रहा है.
CIA के गुप्त ठिकानों की यह लिस्ट वाकई चौंकाने वाली है. यह सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या इन ठिकानों का कोई नया नेटवर्क अब भी दुनिया में सक्रिय है? और क्या भारत में अब भी CIA के एजेंट किसी मिशन पर काम कर रहे हैं? आने वाले समय में शायद इस पर और बड़े खुलासे हो सकते हैं.