America Election: एक दौर में अमेरिका में थे दो राष्ट्रपति, जानिए क्यों हुआ ऐसा
US Election 2024: अमेरिका में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच राष्ट्रपति पद का मुकाबला देखने को मिलेगा. हालांकि एक समय ऐसा भी आया कि अमेरिका में दो राष्ट्रपति थे. उस समय संयुक्त राज्य अमेरिका के शामिल राज्यों को अलग चुनाव कराने की आजादी थी.
America Election: अमेरिका में 5 नवंबर को चुनाव होने वाले हैं, लेकिन कई राज्यों में प्रारंभिक मतदान चल रहा है. मतदाता अपने निवास के अनुसार मतपत्रों या इलेक्ट्रॉनिक मशीनों से मतदान कर सकते हैं. साल 2000 में, अमेरिका के चुनावों में एक खास मामला सामने आया था. फ्लोरिडा में रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने डेमोक्रेट अल गोर को महज 537 मतों से हराया. उस समय डायरेक्ट रिकॉर्डिंग इलेक्ट्रॉनिक (डीआरई) वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया गया.
पाम बीच काउंटी में बटरफ्लाई बैलट का डिजाइन गलत था, जिसके कारण कई मतदाता गलती से गलत उम्मीदवार को वोट दे बैठे. यही कारण बना कि गोर को हार का सामना करना पड़ा. इस बार चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप आमने-सामने होंगे.
अमेरिका में दो राष्ट्रपति का दौर
कभी-कभी अमेरिका में दो राष्ट्रपति भी रहे हैं। जब अब्राहम लिंकन ने राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता, तो कुछ दक्षिणी राज्यों ने विद्रोह किया. उन्होंने जेफरसन डेविस को अपना नेता बनाया, जिससे अमेरिका में दो अलग-अलग राष्ट्रपति हो गए.
लिंकन की जीत और विद्रोह
1860 में जब अब्राहम लिंकन ने चुनाव जीता, तब दक्षिण और उत्तर के बीच गुलामी के मुद्दे पर तनाव बढ़ गया. उत्तर के लोग गुलामी का अंत चाहते थे, जबकि दक्षिणी राज्यों को दासों की जरूरत थी. लिंकन की जीत ने दक्षिणी नेताओं को ऐसा कदम उठाने के लिए प्रेरित किया कि वे अमेरिका से अलग होने का निर्णय लें.
गृहयुद्ध और जेफरसन डेविस का चुनाव
गृहयुद्ध के दौरान, नवंबर 1861 में कॉन्फेडरेट स्टेट्स ने अपना पहला राष्ट्रपति चुनाव कराया. इस चुनाव में जेफरसन डेविस एकमात्र उम्मीदवार थे और उन्होंने 97% वोट लेकर जीत हासिल की. उनका कार्यकाल 6 वर्षों के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन कॉन्फेडेरसी के भंग होने के बाद उन्होंने 5 मई 1865 को अपना पद छोड़ दिया. इस तरह, अमेरिका का चुनावी इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा हुआ है, जो आज भी चर्चा का विषय है.