ट्रंप का टैरिफ अमेरिका के लिए बड़ी मुसीबत, चीन के बाद यूरोपीय यूनियन ने भी खोला मोर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ ने दुनिया भर में हलचल मचा दी है, लेकिन अब इसका असर खुद अमेरिका पर भी दिखाई दे रहा है. अमेरिका के शेयर बाजार में गिरावट जारी है. चीन के बाद अब यूरोपीय यूनियन भी अमेरिका के कुछ उत्पादों पर 25 फीसदी काउंटर टैरिफ लगाने की योजना बना रहा है, जिससे अमेरिकी व्यापार पर और दबाव बढ़ सकता है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के कई देशों पर जवाबी शुल्क (रेसिप्रोकल) लगाने का ऐलान किया, जिससे पूरी दुनिया में तनाव का माहौल है. यूरोप, एशिया और खुद अमेरिका को इसका नुकसान हो रहा है, और वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट आई है. सोमवार को भारतीय शेयर बाजार भी करीब 3 फीसदी गिर गया. लेकिन कई देशों ने ट्रंप के टैरिफ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
वियतनाम ने अमेरिका से टैरिफ छूट की मांग की, जबकि चीन ने अमेरिका पर 34 फीसदी का टैरिफ लगा दिया. अब यूरोपीय यूनियन भी अमेरिका के कुछ प्रोडक्ट्स पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की योजना बना रहा है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोपीय यूनियन अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के जवाब में अमेरिकी सामान पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने पर विचार कर रहा है. यह टैरिफ दो चरणों में लागू हो सकता है: पहला चरण 16 मई 2025 से और दूसरा 1 दिसंबर 2025 से.
एल्युमीनियम के उत्पादों पर टैरिफ
यूरोपीय यूनियन अमेरिका के स्टील और एल्युमीनियम के उत्पादों पर टैरिफ लगा सकता है. इसके अलावा, कुछ अन्य प्रोडक्ट्स जैसे हीरे, अंडे, डेंटल फ्लॉस, सॉसेज और पोल्ट्री पर भी टैरिफ लगाने का प्रस्ताव है. 1 दिसंबर से बादाम और सोयाबीन पर काउंटर-टैरिफ लागू हो सकते हैं. हालांकि, यूरोपीय यूनियन ने कहा कि बोरबॉन, वाइन और डेयरी प्रोडक्ट्स पर कोई टैरिफ नहीं लगाया जाएगा.
यूरोपीय यूनियन के देशों के बीच वोटिंग
9 अप्रैल को यूरोपीय यूनियन के देशों के बीच वोटिंग होगी, जिसमें तय होगा कि अमेरिका पर कितना टैरिफ लगाया जाएगा और किन प्रोडक्ट्स पर यह लागू होगा. इससे पहले, यूरोपीय यूनियन ने 1 अप्रैल से स्टील पर मौजूदा सेफगार्ड को और सख्त कर दिया था ताकि इंपोर्ट 15% तक घट सके.