अमेरिकी की दोगली पॉलिसी? पहले इजरायल को धमकाया, फिर भेज दिए टैंक और फौजी
अमेरिका ने हाल ही में इजरायल को खत लिखा है. दावा किया जा रहा है कि इस खत में अमेरिका ने इजरायल को चेतावनी दी है कि वो गाजा में इंसानी मदद को दोगुना करे, नहीं तो अमेरिका की तरफ से मिलने वाली फौजी मदद रोक दी जाएगी. इसके लिए अमेरिका ने 30 दिनों का समय दिया है.
गाजा में तबाही को लेकर अमेरिका की तरफ से बड़ा बयान आया है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि अमेरिका ने इज़राइल से अगले महीने तक गाजा में मानवीय स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाने के लिए कहा है. ऐसा ना करने पर अमेरिका ने कहा कि अगर ऐसा ना हुआ तो अमेरिकी की तरफ से मिलने वाली फौजी मदद पर पाबंदी लगाई जा सकती है. हमास द्वारा इज़राइल के साथ युद्ध शुरू करने के बाद से यह एक साल में सबसे कड़ी चेतावनी है. हालांकि दूसरी तरफ अमेरिका के इस दावे की पोल भी खुलती दिखाई दे रही है.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लैंकेन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने रविवार को इजरायली अधिकारियों को एक पत्र लिखकर मांग की कि फिलिस्तीन के बुरे हालात से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं. पत्र में में कहा गया है कि ऐसा करने पर अमेरिकी नीति को प्रभावित कर सकती है. पत्र में इज़राइल द्वारा 30 दिनों के अंदर उठाए जाने वाले विशिष्ट कदमों की रूपरेखा दी गई है. इनमें एक दिन में कम से कम 350 ट्रकों को गाजा में एंट्री देने की अनुमति देना, सहायता वितरण की अनुमति देने के लिए लड़ाई को रोकना और किसी कार्रवाई की आवश्यकता न होने पर फिलिस्तीनी नागरिकों को जारी किए गए निकासी आदेशों को वापस लेना शामिल है.
पत्र में कहा गया है, "इन उपायों को लागू करने और बनाए रखने में नाकाम होने पर अमेरिकी नीति और संबंधित अमेरिकी कानून पर असर पड़ सकता है." पत्र में विदेशी सहायता अधिनियम की धारा 620i का हवाला दिया गया है, जो अमेरिकी मानवीय सहायता के वितरण में बाधा डालने वाले देशों को सैन्य सहायता पर रोक लगाता है. पत्र में फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा जारी एक राष्ट्रीय सुरक्षा ज्ञापन का भी हवाला दिया गया है, जिसमें विदेश विभाग को कांग्रेस को रिपोर्ट करने की आवश्यकता है कि क्या उसे इज़राइल से विश्वसनीय आश्वासन मिला है कि वह अमेरिकी हथियारों का उपयोग करते समय अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं करता है.
हालांकि दूसरी तरफ कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अमेरिका ने हाल ही में इजराइल में उन्नत अमेरिकी एंटी-मिसाइल सिस्टम की तैनाती की है. साथ ही इन्हें चलाने के लिए 100 सैनिकों भी भेजे हैं. ऐसे में अमेरिका द्वारा इजरायल को दी गई धमकी कितनी असरदार है अंदाजा लगाया जा सकता है.
अमेरिका ने इस साल की शुरुआत में इजरायल को हजारों बमों की डिलीवरी को कुछ समय के लिए रोक दिया था, क्योंकि इजरायल के अधिकारियों ने दक्षिणी गाजा में अपने अभियान का विस्तार करने की योजना बनाई थी, लेकिन इसने जल्दी ही फिर से शुरू कर दिया और इजरायल को हथियार की आपूर्ति करना जारी रखा, जबकि इसने गाजा और बाद में लेबनान में अपने हमले बढ़ा दिए.