अमेरिका का गुप्त ऑपरेशन: शेख हसीना सरकार को गिराने की साजिश का खुलासा
Bangladesh: अमेरिका पर आरोप लगे हैं कि उसने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार को गिराने के लिए एक गुप्त ऑपरेशन चलाया. रिपोर्ट्स के अनुसार, 2019 में शुरू हुए इस ऑपरेशन में अमेरिकी एजेंसियों ने जनता को भड़काया और विद्रोही गुटों को हथियार सप्लाई किए. अंततः 5 अगस्त 2024 को हसीना को पद छोड़ना पड़ा.
Bangladesh: बांग्लादेश में 5 अगस्त 2024 को हुए तख्तापलट को लेकर एक नई रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका ने शेख हसीना की सरकार को गिराने की योजना 5 साल पहले से ही तैयार कर ली थी. इस ऑपरेशन में अमेरिका के 'तख्तापलट स्पेशलिस्ट' डोनाल्ड लू समेत पांच अन्य अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
अमेरिका की इंटरनेशनल रिपब्लिकन इंस्टीट्यूट (IRI), नेशनल एंडोमेंट फॉर डेमोक्रेसी (NED) और यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) ने मिलकर बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के खिलाफ माहौल तैयार किया. इन एजेंसियों ने IRI को फंड मुहैया कराया और इस परियोजना पर बड़ी मात्रा में पैसा बहाया.
ऑपरेशन PAIRS की शुरुआत
मार्च 2019 में अमेरिका ने 'ऑपरेशन PAIRS' की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य आम नागरिकों और सिविल सोसाइटी को राजनीति में शामिल करना और सत्ता विरोधी आवाजों को प्रोत्साहित करना था. IRI ने शुरुआती दिनों में सिविल सोसाइटी के संगठनों का समर्थन किया और बड़ी संख्या में नागरिकों को प्रशिक्षित किया.
कई चरणों में साजिश की योजना
अमेरिकी एजेंसियों ने साजिश को कई चरणों में अंजाम दिया. पहले चरण में, सरकार के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए गए और लगभग 4 लाख लोगों को प्रभावित किया गया. दूसरे चरण में, युवाओं और महिलाओं की आवाज को ऊंचा किया गया और छात्रों की लीडरशिप स्किल को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया. हालांकि, कोविड-19 महामारी और शेख हसीना की सरकार के प्रभावी प्रबंधन के कारण ये प्रयास पूरी तरह सफल नहीं हो सके.
चुनाव में धांधली का आरोप
जब साजिशें सफल नहीं हुईं, तो अमेरिकी एजेंसियों ने शेख हसीना पर 2024 के चुनाव में धांधली का आरोप लगाया. मार्च 2024 में जारी हुई एक रिपोर्ट में कहा गया कि शेख हसीना ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया और विपक्ष की आवाज को दबाया.
अंतिम चरण और तख्तापलट
अप्रैल 2024 में, IRI ने शेख हसीना सरकार को गिराने के लिए अपने प्लान का अंतिम चरण शुरू किया. रिपोर्ट के अनुसार, मई में अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू ने बांग्लादेश में विद्रोही गुटों को हथियार सप्लाई किए. जुलाई में बांग्लादेश में बाढ़ के मौसम का फायदा उठाते हुए तख्तापलट की योजना बनाई गई और 5 अगस्त को शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा.
अमेरिका की भूमिका और आरोप
अमेरिका की इंटरनेशनल रिपब्लिकन इंस्टीट्यूट (IRI) पर पहले भी मंगोलिया, हैती और युगांडा में सत्ता परिवर्तन का आरोप लगाया जा चुका है. बांग्लादेश में भी यह आरोप लगाया जा रहा है कि IRI ने सफलतापूर्वक सत्ता परिवर्तन करवाया है. तख्तापलट की इस साजिश में डोनाल्ड लू, क्रिस मर्फी, सुमोना गुहा, सारा मार्गन और फ्रांसिस्को बेनकॉस्मे की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इन अधिकारियों ने ऑपरेशन को अंजाम देने में प्रमुख भूमिका निभाई है.