America-Iran War: जॉर्डन में एक अमेरिकी अड्डे पर घातक ड्रोन हमले के बाद अमेरिकी सेना ने शुक्रवार को इराक और सीरिया में ईरानी जवाबी कार्रवाई की है. इस हमले में 18 लड़ाकों को मार गिराया है. यूएसए ने कहा कि ड्रोन हमले में ईरान समर्थित बलों का हाथ है. इसके जवाब में देश के अन्य क्षेत्रों पर हमला नहीं किया. लेकिन हमारी प्रतिक्रिया आज से शुरू हो गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना एक बयान जारी कर कहा कि, यह हमारे द्वारा बनाए गए निशानों पर जारी रहेगा.
अमेरिका राष्ट्रपति ने कहा कि यूएसए मध्य पूर्व या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता है, लेकिन जो लोग हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं उन्हें यह जान लेना चाहिए कि यदि आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाते हैं, तो हम जवाबी कार्रवाई करेंगे. यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने कहा कि हमलों में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स कुद्स फोर्स के साथ-साथ मिलिशिया समूहों. को निशाना बनाया गया है, इस हमले में अमेरिकी सेना ने 85 से अधिक लक्ष्यों को अपना निशाना बनाया, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका से उड़ाए गए लंबी दूरी के बमवर्षक विमानों सहित कई युद्ध विमान शामिल थे.
अमेरिका द्वारा किए गए हमले में 125 से अधिक बमों का उपयोग किया गया, जिसमें नियंत्रण संचालन केंद्र से रॉकेट, मिसाइल और मानव रहित हवाई वाहन भंडारण, गोला-बारूद शामिल थे. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स वॉर मॉनिटर के अनुसार, हमलों में कम से कम 18 ईरान समर्थक लड़ाके मारे गए. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पत्रकारों को बताया कि हमले लगभग 30 मिनट तक चले, हालांकि इसमें बी-1 बमवर्षकों की लंबी यात्रा शामिल थी, जिन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका से उड़ान भरने के बाद इसमें भाग लिया था.
यूएसए ने दर्जनों लक्ष्यों को निशाना बनाया जहां ईरान का रक्षा विभाग अभी भी हमलों से हुए नुकसान का आकलन कर रहा है. लेकिन अमेरिका का मानना है कि छापे सफल रहे और स्पष्ट किया कि अभी कई और भी हमले कि जा सकते हैं. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने कहा कि सीरिया में हथियार डिपो सहित ईरान समर्थक समूहों के आवास वाले 26 प्रमुख स्थलों को नष्ट कर दिया गया. First Updated : Saturday, 03 February 2024