Lal Sagar War: लाल में हूती विद्रोहियों की ताकत को कमजोर करने के लिए अमेरिका सहित 11 देशों ने हाथ मिलाने का ऐलान किया है. सभी देशों का कहना है कि अगर लाल सागर में किसी देश के माल ढोने वाले जहाजों पर हूती विद्रोही हमला करता है तो सभी सदस्यों देशों की सेना उसका मुंहतोड़ जवाब देता है. गंठबंधन में शामिल सभी देशों ने एक साझा बयान जारी कर कहा कि रेड सागर में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को नहीं चलने दिया जाएगा. लाल सागर में अगर हूती विद्रोही कुछ गतिविधि करते हैं तो उसके जिम्मेदार वह खुद होंगे.
हूती विद्रोही के खिलाफ अमेरिकी संगठन देशों में आस्ट्रेलिया, नीदरलैंड्स, बहरीन, कनाडा, बेल्जियम, ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, डेनमार्क, न्यूजीलैंड और जापान शामिल हैं. गौरतलब हो कि इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से होते हुए इजरायल की ओर जाने वाले व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. इसी के चलते विश्व के सबसे ज्यादा व्यस्त लाल सागर से जहाज नहीं जा पा रहे हैं. जिसके कारण कई देशों को काफी लंबा सफर तय करने के बाद माल ढोना पड़ रहा है.
इस पूरी घटना में बाइडेन प्रशासन के एक अधिकारी ने संभावित नियमों के तहत होने वाली कार्रवाई को विस्तार से बताने से साफ इनकार किया है. लेकिन ईरान द्वारा समर्थित यमन के हूती विद्रोही को अब अमेरिका और उसके सहयोगी देशों को चुनौती मिलना आसान होता नहीं दिख रहा है. आपको बताते चले कि गाजा में इजरायली सेना के द्वारा लगातार बमबारी के बीच हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में इजरायल के बंदरगाह की ओर जाने वाले जहाजों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. First Updated : Thursday, 04 January 2024