चीन में जहां एक घातक महामारी फैली हुई है वहीं अमेरिका के कई हिस्सों में विषैली कोहरे की परत ने लोगों को चिंता में डाल दिया है. हालांकि ये कोई प्राकृतिक कोहरा नहीं है. इस कोहरे से 'जलते हुए रसायन' जैसी गंध आ रही है जिसको लेकर लोगों डरे हुए हैं.इस जहरीले कोहरे के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी, खांसी, बुखार और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
इस रहस्यमय कोहरे को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के सवाल और अटकलें लगाई जा रही हैं. कुछ लोग इसे आतंकवादी साजिश मान रहे हैं, तो कुछ इसे सरकारी प्रयोग का हिस्सा बता रहे हैं. लोग इसे 'जैविक हथियार' या 'इंजीनियर्ड कोहरा' भी कह रहे हैं.
दरअसल, पहली बार लोगों ने इस कोहरे की सूचना 29 दिसंबर को दी. फ्लोरिडा और कोलोराडो समेत अन्य स्थानों के निवासियों ने गले में खराश, बुखार, पेट दर्द और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं दर्ज कराई. कई लोगों ने इसे 'फॉगविड' नाम दिया और सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए. फ्लोरिडा के एक निवासी ने कहा, "सिर्फ 10 मिनट बाहर रहने के बाद मुझे छींक, आंखों में सूजन और बुखार जैसा महसूस होने लगा." वहीं कोलोराडो के एक परिवार ने इसे भोजन विषाक्तता समझा, लेकिन बाद में इसे कोहरे का असर माना. एक अन्य व्यक्ति ने कोहरे को "विषैला" बताते हुए कहा कि यह उनके मुंह में अजीब स्वाद छोड़ गया.
अमेरिका नागरिक इस विषैले कोहरे को जैविक हथियार या सरकारी प्रयोग कह रहे हैं. लोगों का कहना है कि जैसे 1950 के "ऑपरेशन सी-स्प्रे" के दौरान जानबूझकर कोहरा फैलाया गया था वैसे ही इस बार भी किया जा रहा है. बता के कि उस दौरान सैन फ्रांसिस्को में जैविक हथियार परीक्षण किए गए थे, जिससे कई लोग बीमार हो गए थे.
आपको बता दें कि कोहरा तब बनता है जब नमी प्रदूषकों के साथ मिलकर हवा में एक जहरीला मिश्रण तैयार करती है. यह प्रदूषण वाहनों के धुएं, फैक्ट्री के उत्सर्जन और प्राकृतिक गैसों से होता है.
1. श्वसन समस्याएं: अस्थमा और फेफड़ों की बीमारियों का खतरा.
2. हृदय रोग: दिल के दौरे और स्ट्रोक का जोखिम.
3. आंख और गले में जलन: संवेदनशील लोगों में अधिक समस्या.
4. प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर: शरीर संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील.
5. तंत्रिका तंत्र पर असर: स्मृति कमजोर होना और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं.
फिलहाल इस कोहरे की असली वजह का पता नहीं चल पाया है. वैज्ञानिक इसे प्रदूषण और नमी का खतरनाक मिश्रण मान रहे हैं, लेकिन जनता में डर और भ्रम बना हुआ है. विशेषज्ञों का कहना है कि जहरीले कोहरे के प्रभाव को कम करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण और जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है. विशेषज्ञों ने लोगों को घरों में रहकर और मास्क का इस्तेमाल करके सुरक्षा बरतने की सलाह दी है. First Updated : Monday, 06 January 2025