Viral post: अमेरिका में H-1B विजा नियमों में ढील देने पर डोनाल्ड ट्रम्प समर्थक लौरा लूमर ने भारत और भारतीयों के खिलाफ विवादित बयान दिया. जिसके बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गया. खुद को एक्स इंजीनियर बताने वाले एक व्यक्ति ने 'संयुक्त राज्य अमेरिका में घरेलू आय के हिसाब से जातीय समूहों की सूची' का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया, जिसमें यह दिखाया गया कि भारतीय इस सूची में पहले स्थान पर हैं, उसके बाद व्हाइट्स का नंबर आता है.

लूमर के नस्लीय टिप्पणियों के बीच पोस्ट वायरल

पोस्ट में लिखा गया था, "अगर भारतीय उत्कृष्टता नहीं होती तो अमेरिका अस्तित्व में नहीं होता।" इस पोस्ट पर 7,81,000 व्यूज और 550 से ज्यादा रिट्वीट्स हुए और यह लूमर के नस्लीय टिप्पणियों के बीच वायरल हो गया. 

लूमर ने पहले ट्रम्प के सीनियर पॉलिसी एडवाइज़र फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस श्रीराम कृष्णन पर हमला किया था. उन्होंने कहा था कि कृष्णन ग्रीन कार्ड के लिए देश की सीमा हटाना चाहते हैं. लूमर ने ट्वीट किया, हमारा देश सफेद यूरोपीय लोगों द्वारा बनाया गया था, ना कि तीसरी दुनिया के आक्रमणकारियों द्वारा. इसके बाद कृष्णन ने तीखा जवाब दिया, कहा कि जो उच्च-कुशल आप्रवासन का विरोध करते हैं, वे मूल रूप से अमेरिकी विरोधी हैं. यह देश आप्रवासियों द्वारा बनाया गया था, जिन्होंने नवाचार को प्रेरित किया. 

फिर @yacineMTB का 'भारतीय उत्कृष्टता' वाला पोस्ट वायरल हो गया. इस पोस्ट में शेयर किए गए विकिपीडिया लेख के अनुसार, 2022 में अमेरिका में भारतीयों की औसत घरेलू आय $152,341 थी, जो एशियाई अमेरिकियों के बीच सबसे अधिक थी. 

बता दें कि 2023 में अमेरिकी जनगणना ब्यूरो के अनुसार, विभिन्न जातीय और नस्लीय समूहों के बीच औसत घरेलू आय कुछ इस प्रकार थी: एशियाई: $112,800 (सभी जातीय और नस्लीय समूहों में सबसे अधिक)
गैर-हिस्पैनिक व्हाइट: $89,050
हिस्पैनिक: $65,540
काले: $56,490