BRICS Summit 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान कज़ान में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक की. यह हाई-प्रोफाइल बातचीत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हुई है, जो भारत और रूस के बीच दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी के महत्व को रेखांकित करती है. वैश्विक भू-राजनीतिक बदलावों की पृष्ठभूमि में चर्चा हुई, जिससे इस कूटनीतिक जुड़ाव का महत्व बढ़ गया.
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच बैठक में दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से कई विषयों पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने रक्षा सहयोग, आर्थिक साझेदारी और ऊर्जा सहयोग बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया। इस बातचीत में संभवतः यूक्रेन की स्थिति पर भी चर्चा हुई, क्योंकि इस क्षेत्र में रूस की भागीदारी जारी है, साथ ही वैश्विक शांति और सुरक्षा पर भारत का रुख भी.
16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ने भारत और रूस को अन्य सदस्य देशों-ब्राजील, चीन और दक्षिण अफ्रीका के साथ अपने आपसी हितों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान किया. द्विपक्षीय बैठक के अलावा, नेताओं ने व्यापार सहयोग, वैश्विक संस्थानों में सुधार और उभरते बाजारों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों पर चर्चा की. बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था को आकार देने के लिए ब्रिक्स मंच महत्वपूर्ण बना हुआ है, जिसमें भारत और रूस प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं.
मोदी और पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता में ऊर्जा क्षेत्र, विशेष रूप से परमाणु और नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा शामिल होने की संभावना है. भारत-रूस संबंधों का एक आवश्यक स्तंभ, रक्षा सहयोग, एक अन्य संभावित विषय था। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में उभरती सुरक्षा गतिशीलता और आतंकवाद विरोधी प्रयासों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है.
इसके अतिरिक्त, दोनों नेताओं ने अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (INSTC) के माध्यम से व्यापार संबंधों को बढ़ाने की संभावना का पता लगाया होगा. First Updated : Tuesday, 22 October 2024