संयुक्त राष्ट्र में गाजा को लेकर बोली ऐसी बात कि तुरंत का आ गया भूकंप, हिलने लगी UN की बिल्डिंग
गाजा में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शायद अपनी जिंदगी के सबसे बुरे दिनों को सामना कर रहे हैं. हाल ही में UN में गाजा को लेकर एक मीटिंग हुई. पढ़िए आगे क्या हुआ
Ghaza: इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है. अभी भी गाजा में लोगों के मरने का सिलसिला खत्म नहीं हुआ है और इजरायल थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालांकि हाल ही में इजरायल 3 रास्ते खोलने के राजी हुआ है. जिससे गजा में राहत सामग्री पहुंचने में और आसानी होगी. इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इजरायल और गजा के बीच जारी जंग को लेकर चर्चाएं देखने को मिलती रहती हैं. हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भी गाजा के हालात पर बात चीत हुई है. लेकिन लोग उस वक्त हैरान रह गए जब UNSC में गाजा के हालात पर चर्चा चल रही थी उसी समय भूकंप आ गया.
#Earthquake in the #USA. The shaking was felt in the #UN building in #NewYork, during a meeting of the UN Security Council (#UNSC).
— Karina Karapetyan (@KarinaKarapety8) April 5, 2024
It's very symbolic. The world built after 1945, as well as the UN, is being shaken. pic.twitter.com/Fzq8yt7mg4
हाल ही में न्यू जर्सी और न्यूयॉर्क समेत कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 4.8 दर्ज की गई. इस भूकंप से ऊंची इमारतें हिल गईं, लेकिन किसी जानमाल के नुकसान या बड़े वित्तीय नुकसान की खबर नहीं है. जब भूकंप आया तो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक चल रही थी, जहां गाजा में इजरायली बमबारी का निशाना बनी महिलाओं और बच्चों की खराब हालत पर भी चर्चा हो रही थी.
सेव द चिल्ड्रेन की अध्यक्ष और सीईओ जयंती सोरिप्तो गाजा में बच्चों की शिक्षा के बारे में भी बात कर रही थीं कि कैसे जंग के कारण बच्चे शिक्षा के हक से महरूम हैं. इसी बीच अचानक भूकंप के झटके महसूस हुए और स्पीकर जयंती सोरिप्तो कुछ देर के लिए चुप हो गईं और फिर बोलीं, 'क्या यह भूकंप था?' जिस पर फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने कहा कि ''आपके शब्दों ने धरती हिला दी.'' हालांकि, जयंती सोरिप्तो ने अपना भाषण जारी रखा और कहा कि "गाजा में 80 प्रतिशत एजुकेशन से जुड़ी सुविधाएं तबाह हो चुकी हैं."
.@WHO and partners managed to reach Al-Shifa — once the backbone of the health system in #Gaza, which is now an empty shell with human graves after the latest siege. The team witnessed at least five dead bodies during the mission.
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) April 6, 2024
Most of the buildings in the hospital complex… pic.twitter.com/jSKVfZkR5f
बता दें के हालात पर दुनिया की बड़ी-बड़ी संस्थाओं ने फिक्र का इजहार किया है. हाल ही में WHO की एक टीम ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल का दौरा किया था. जिसको लेकर WHO की टीम ने बताया कि अस्पताल पूरी तरह राख में तब्दील हो चुका है और जहां पर लाशें ही लाशें बिखरी पड़ी हैं. इस बात की जानकारी WHO प्रमुख ने ने खुद ट्वीट के ज़रिए दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में कुछ तस्वीरें शेयर की हैं.