क्या वाकई बेची जा रही मुस्लिम महिलाएं इंटरनेट पर वायरल हो रहा वीडियो

Video viral: इंटरनेट पर एक वीडिया काफी वायरल हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि इस्लाम में महिलाओं को बेचना आम बात है. इस वीडियो में कुछ महिलाओं को जंजीर से बंधा हुआ देखा जा सकता है. इसके साथ ही, एक व्यक्ति महिलाओं का बुर्का उठाकर उनके चेहरे को देखता हुआ नजर आ रहा है. इस वीडियो में कितनी सच्चाई है, आइए जानते हैं.

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Video viral: सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ महिलाओं को जंजीर से बंधा हुआ देखा जा सकता है. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि इस्लाम में महिलाओं को बेचना आम बात है. वीडियो में एक व्यक्ति महिलाओं का बुर्का उठाकर उनके चेहरे को देखता हुआ नजर आ रहा है. 

इस वीडियो को एक्स पर @SalwanMomika3 नाम के अकाउंट ने साझा करते हुए लिखा, "इस्लाम में महिलाओं को बेचना आम बात है. यही इस्लाम है." इसी तरह, एक अन्य यूजर @SumanRastogi6 ने भी इस वीडियो पर इसी कैप्शन के साथ पोस्ट किया.

वीडियो की पड़ताल: क्या है सच?

जब इस वीडियो की पड़ताल की गई, तो दावा पूरी तरह से झूठा साबित हुआ. फैक्ट-चेकिंग टीम सजग ने वीडियो के फ्रेम निकालकर रिवर्स इमेज सर्च की. इस प्रक्रिया में पता चला कि यह वीडियो नया नहीं है, बल्कि लगभग एक साल पुराना है.
गूगल सर्च से यह भी पता चला कि वीडियो इराक के एरबिल शहर के एक बाजार में शूट किया गया था. वीडियो के बैकग्राउंड में Sky Kurdish लिखा हुआ था, जिसे जब गूगल पर सर्च किया गया तो एक इंस्टाग्राम अकाउंट सामने आया.

लाइव परफॉर्मेंस का हिस्सा था यह वीडियो

Sky Kurdish के इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसी वीडियो से जुड़ी कई पोस्ट मिलीं. पोस्ट में बताया गया कि यह वीडियो एक लाइव परफॉर्मेंस का हिस्सा है, जिसे आर्यन रफीक नामक आर्टिस्ट ने तैयार किया था. उनके इंस्टाग्राम अकाउंट @aryan.rafiq.artway पर 2023 में अपलोड किए गए इसी तरह के कई अन्य वीडियो भी मिले.

इन वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि यह एक ड्रामा एक्ट था, जिसे स्थानीय लोग खुलेआम देख और शूट कर रहे थे. वायरल वीडियो और परफॉर्मेंस वीडियो की समानता में दीवार, एक्टर्स और लोकेशन पूरी तरह से मेल खा रहे हैं.

इस पड़ताल के बाद ये तो साबित हो गया कि वायरल वीडियो को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. ये इस्लाम में महिलाओं को बेचने की कोई घटना नही, बल्कि ड्रामा परफॉर्मेंस का हिस्सा है. इसलिए सोशल मीडिया पर किए गए झूठे दावों पर विश्वास करने से पहले उनकी जांच करना जरुरी है. 
  First Updated : Wednesday, 04 December 2024