Canada: 26 साल पहले फर्जी कागजात लेकर पहुंचा, कनाडा में फैलाया साम्राज्य, ट्रूडो को पता था कितना खतरनाक है आतंकी निज्जर

Hardeep Singh Nijjar: भारत-कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी निज्जर को लेकर तनातनी का माहौल बना हुआ है. 18 जून को 2023 को कनाडा के सरे शहर के एक गुरुद्वारे के बाहर उसकी गोलीमार हत्या कर दी गई थी.

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India-Canada: भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर तनातनी का माहौल बना हुआ है. पिछले कई सालों से आतंकी निज्जर भारत विरोधी कार्रवाइयों में सक्रिय रूप से शामिल था. पंजाब के लुधियाना के भारतसिंह पुरा गांव को रहने वाला निज्जर साल 1996 में फर्जी कागजात लेकर कनाडा पहुंचा था. कनाडा में उसने खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएम) का गठन किया. इसके बाद धीरे-धीरे अपना साम्राज्य खड़ा किया.

ट्रूडो ने निज्जर को बताया कनाडाई नागरिक

खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को कनाडाई नागरिक बताकर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का भारत विरोधी चेहरा उजागर हो गया है. ट्रूडों ने संसद में निज्जर को कनाडाई नागरिक बताते हुए कहा कि उसकी हत्या में भारत का हाथ है. ट्रूडो सरकार ने कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें वैध ठहराया है. 

सरे में गुरुद्वारे का अध्यक्ष था आतंकी निज्जर 

18 जून 2023 को खालिस्तानी आतंकी निज्जर की कनाडा के सरे शहर में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. निज्जर सरे गुरुद्वारे का अध्यक्ष भी था. इस घटना में कनाडा सरकार ने भारत की संलिप्ता का आरोप लगाया है. इस वजह से दोनों देशों के बीच अनबन का माहौल बन गया है. बता दें कि निज्जर खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस सदस्य भी था. इस संगठन का अध्यक्ष आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू है.

भारत विरोधी गतिविधियों में था शामिल

पिछले कई सालों से आतंकी निज्जर भारत विरोधी कार्रवाइयों में सक्रिय रूप से शामिल था. वो कनाडा में रहकर भारत के खिलाफ नफरत को हवा दे रहा था. लंबे समय से निज्जर को भारत लाने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन उससे पहले ही उसकी हत्या कर दी गई. जांच एजेंसियों के अनुसार, निज्जर पर 2007 में लुधियाना में बम धमाके कराने का भी आरोप था. इस धमाके में पांच लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी. जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. First Updated : Wednesday, 20 September 2023